तब्लीगी जमातियों ने बढ़ा दिया है बिहार में कोरोना संक्रमण का खतरा.
सिटी पोस्ट लाइव :बिहार का सिवान जिला कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित है.वहां अबतक 29 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं.बेगूसराय दुसरे नंबर पर है, जहाँ अबतक केवल 6 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आये हैं.लेकिन सबसे बड़ा सवाल- सिवान जहाँ सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस मिले हैं, उससे ज्यादा खतरनाक बेगूसराय को क्यों माना जा रहा है.बिहार के मुख्य सचिव से लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव दोनों का कहना है कि सिवान में कोरोना के संक्रमण के चेन की पहचान हो चुकी है लेकिन बेगूसराय में संक्रम के चेन की पहचान मुश्किल हो गई है इसलिए सिवान से ज्यादा उनके लिए बेगूसराय चिंता का सबब बन गया है.
दरअसल, सीवन में जिस सख्श ने कोरोना फैलाया है वह विदेश से लौटा है.उसने बता दिया है कि वो कहाँ कहाँ से गुजरा है.किस किस व्यक्ति के संपर्क में आया है.लेकिन बेगूसराय में कोरोना फैलानेवाले दो सख्श मरकज जमात से जुड़े हैं. वो धर्म-प्रचार के लिए कई जगहों पर जा चुके हैं.लेकिन वो चेन का खुलासा नहीं कर रहे.वो ये नहीं बता रहे हैं कि कहाँ से आये और कहाँ कहाँ गए.गौरतलब है कि तबलीगी जमात के लोगों ने देशभर में कोरोना चेन को फैलाने में जबरदस्त भूमिका अदा की है. इस खेल से बिहार भी बच नहीं पाया है.यहां भी तक तबलीगी जमाती के संक्रमण चेन ने रंग दिखाना शुरू कर दिया है.
शनिवार को जो दो नए मरीज नवादा और दो बेगूसराय में मिले हैं वो मरकज जमात के चेन से जुड़े हैं. शनिवार को देर रात जारी रिपोर्ट में बिहार में 4 और पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.इसमें दो नवादा के हैं और दो बेगूसराय के. ए चारो तबलीगी जमात संक्रमण चेन से जुड़े हैं. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार भी मानते हैं कि बेगूसराय के पॉजिटिव मरीजों का कोई ट्रैवल हिस्ट्री और उनके संक्रमण के चेन का पता नहीं चल पा रहा है.सरकार परेशां इसलिए है कि संक्रमित जमाती सही-सही सवालों का जवाब नहीं दे रहे हैं. जमाती सही सही जानकारी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं और यही वजह है कि उनके संक्रमण के चेन की पहचान मुश्किल हो गई है.