सिटी पोस्ट लाइव : सिर्फ सर्दी-जुकाम और बुखार नहीं बल्कि अब कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमण के कुछ और लक्षण भी शामिल हो गए हैं. ऐसे में इंफेक्शन के इन नए लक्षणों को नजरअंदाज करने की गलती ना करें.कोरोना की दूसरी लहर में सर्दी-जुकाम, बुखार वाले कम मरीज सामने आ रहे हैं. पेट दर्द, बदन दर्द जैसे लक्षण भी हो सकते हैं कोरोना के संकेत,जानकारों के अनुसार घर पर इलाज करने की बजाए तुरंत इंफेक्शन की जांच करवाना चाहिए.
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus) की दूसरी लहर ने भारत में पिछले साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. रोजाना 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और सैकड़ों लोगों की मौत भी हो रही है.ऐसे में खुद को संक्रमण से बचाने के लिए आपके पास जो एक मात्र उपाय है वह है सावधानी बरतना. लेकिन इसके अलावा एक और काम है जो सभी लोगों को करना चाहिए वह है- अपने लक्षणों पर नजर रखना (Watch your symptoms). म्यूटेशन की वजह से हर थोड़े-थोड़े दिन में कोरोना वायरस का रूप बदल रहा है जिस वजह से उसके लक्षणों में भी बदलाव (Change in symptoms) देखने को मिल रहा है.
डॉक्टर भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Coronavirus second wave) के दौरान इंफेक्शन के लक्षणों में हुए बदलाव की बात कह रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से बड़ी संख्या में ऐसे लोगों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो रही है, जिन्हें न बुखार आया और ना ही सर्दी-जुकाम हुआ. ये लोग तो बदन दर्द, सिर दर्द या पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे और जब उनका आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ तो पता चला कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हैं.
डॉक्टरों की मानें तो पेट में दर्द (Stomach ache), उल्टी-दस्त (vomiting diarrhea), बदन दर्द (Body pain) की शिकायत लेकर आने वाले करीब 40 प्रतिशत मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. ज्यादातर लोगों को अब तक यही लगता है कि सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार ही कोरोना के लक्षण हैं. इसलिए अगर उन्हें पेट दर्द, सिरदर्द या बदन दर्द की समस्या होती है तो वे डॉक्टर के पास जाने की बजाए घर पर ही घरेलू नुस्खों से इलाज करते रहते हैं. लेकिन जब काफी समय तक बीमारी ठीक नहीं होती तब वे डॉक्टर के पास जाते हैं और तब तक वायरस शरीर को काफी नुकसान पहुंचा देता है.ऐसे में अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय तक बदन दर्द या पेट में दर्द की समस्या हो तो देर किए बिना कोरोना का टेस्ट जरूर करवाना चाहिए.