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सुधाकर ने CM नीतीश पर साधा फिर से निशाना.

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सिटी पोस्ट लाइव :पार्टी की तरफ से अबतक कोई कारवाई नहीं होने से पूर्व कृषि मंत्री RJD विधायक सुधाकर सिंह ने एकबार फिर से नीतीश कुमार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि जो किसानों से जुड़ी मांगों को मानेगा वो पीएम पद के लायक होगा. 18 फरवरी को सुधाकर सिंह ने CM नीतीश को एक लंबा पत्र लिखा था. जिसमें उन्होंने बिहार में मंडी व्यवस्था शुरू करने के साथ ही मल्टीपल एजेंसी को शामिल करने की मांग की थी. उन्होंने पत्र में सीएम नीतीश को कई तरह की नसीहत भी दी थीं. अब सुधाकर सिंह ने कहा है कि ‘जो भी उनकी इन दोनों मांगों को मानेगा वे उसे पीएम पद के लायक मानेंगे.

पिछले विधान सभा सत्र में सुधाकर सिंह मंडी कानून को लेकर प्राइवेट मेंबर बिल ला चुके हैं. इस बार बिहार विधानसभा के बजट सत्र में भी उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने उनके प्राइवेट मेंबर बिल पर आगे की कार्यवाही की जाने की बात लिखी थीं.सुधाकर सिंह से जनवरी माह में RJD ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था. पार्टी ने कहा था कि गठबंधन के शीर्ष नेतृत्व के संबंध में सिर्फ तेजस्वी यादव ही बात रखने के लिए अधिकृत हैं. सुधाकर, नीतीश कुमार की नीतियों पर लगातार सवाल कर रहे थे. इसलिए RJD से नोटिस जारी हुआ था. वे नोटिस का जवाब दे चुके हैं .अब तक उनकी पार्टी की ओर से कोई कार्यवाही उन पर नहीं की गई है.सुधाकर नई सरकार में कृषि मंत्री बनाए गए थे. लेकिन विभागीय अफसरों पर सवाल उठाने और नीतीश कुमार की कृषि नीति की कटु आलोचना की वजह से लालू प्रसाद के निर्देश के बाद मंत्री पद छोड़ना पड़ा था.

सुधाकर सिंह के प्रयास से कुछ दिनों पहले राष्ट्रीय स्तर के किसान नेता राकेश टिकैत बिहार आए थे. उन्होंने कई स्थानों पर बिहार में किसानों की महापंचायत को संबोधित भी किया. ट्रैक्टर रैली में भी शामिल हुए. बक्सर और कैमूर में उनकी सभा हो चुकी है और आगे बिहार सभी 38 जिलों में किसानों को संबोधित करने की योजना है.राकेश टिकैत आगे भी इसमें शामिल होंगे. सुधाकर सिंह कहते हैं कि किसानों के सवाल पर राकेश टिकैत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिख चुके हैं . मंडी व्यवस्था लागू करने सहित अनाज खरीद में मल्टीपल एजेंसियों को शामिल करने की मांग कर चुके हैं. उसके बाद ही वे किसानों को संबोधित करने बिहार आए। बिहार में किसानों की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि वे आंदोलन की राह पर हैं.

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