महागठबंधन बचाने के लिए बैकफुट पर तेजस्वी, साफ कहा है नीतीश को छोड़कर किसी से परहेज नहीं’
सिटी पोस्ट लाइवः पप्पू यादव और कन्हैया से सख्त परहेज रखने वाले तेजस्वी यादव को अब इन दोनों नेताओं से कोई परहेज नहीं रहा। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने संकेत दे दिये हैं कि अगर पप्पू यादव और कन्हैया कुमार जैसे लोग आना चाहते हैं तो उनकी एंट्री पर विचार किया जाएगा। एक इंटरव्यू के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा है कि उन्हें सिर्फ नीतीश कुमार से परहेज है और उनको लेकर पार्टी के अंदर भी नाराजगी है। आरजेडी के लोग नहीं चाहते कि नीतीश कुमार महागठबंधन में आएं लेकिन दूसरे लोग आना चाहें तो जरूर उसपर विचार होगा।
तेजस्वी के इस बयान के बाद यह सवाल लाजिमी हो जाता है कि क्या तेजस्वी यादव अब महागठबंधन बचाने के लिए बैकफुट पर आ गये हैं? यह सवाल इसलिए है कि कन्हैया और पप्पू यादव जैसे नेता 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त महागठबंधन में एंट्री चाहते थे लेकिन कथित रूप से तेजस्वी यादव ने इन दोनों नेताओं की एंट्री महागठबंधन में नहीं होने दी थी। इधर कांग्रेस ने दो टूक कहा था कि कन्हैया कुमार और पप्पू यादव का अपना जनाधार है इसलिए इन नेताओं से किसी को कोई परहेज नहीं होना चाहिए। ऐसा लगता है तेजस्वी ने कांग्रेस की बात मान ली है और महागठबंधन के विस्तार की रणनीति पर काम शुरू हो गया है।
पप्पू यादव और कन्हैया से तेजस्वी को कोई परहेज नहीं रहा। लग तो यह भी रहा है कि तेजस्वी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणाम से सबक लिया है। वैसे कांग्रेस ने भी उन्हें यही नसीहत दी थी। कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा था कि जो गलतियां 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान की गयी अगर फिर उन्हीं गलतियों को दुहराया गया तो 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भी परिणाम बुरे होंगे।