बिहार मा. शिक्षक संघ की चेतावनी,15 जनवरी तक सरकार माने मांग नहीं तो हड़ताल
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के शिक्षक सरकार के साथ आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. संघ के महासचिव सह पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने कहा कि अगर बिहार सरकार 15 जनवरी तक बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ की मांगों पर फैसला व वार्ता कर सम्मानजनक समझौता नहीं करती है तो विधान मंडल के बजट सत्र के दौरान राज्यव्यापी आन्दोलन प्रारंभ किया जायेगा. इस बीच सभी गैर शैक्षणिक एवं शैक्षणिक कार्य भी वाधित होंगे जिसकी सारी जबाबदेही सरकार की होगी.
संघ के अध्यक्ष सह विधानपार्षद केदारनाथ पांडेय कहा कि बिहार सरकार के द्वारा लगातार नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध असम्मानजनक एवं विषमतामूलक शोषण नीति बदस्तूर जारी है. सरकार ने लगभग 13 वर्षों से नियोजित शिक्षकों की प्रोन्नति, भविष्य निधि, पेंशन एवं वेतन विसंगति दूर करने में विफल रही है. माननीय उच्च न्यायालय द्वारा सभी नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ का लाभ देने के निर्णय को भी लागू करने से अभी तक इन्कार व अवहेलना कर रही है जबकि इस संबंध में मुख्य सचिव बिहार तथा केंद्र सरकार का स्पष्ट निर्देश निर्गत है.
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों के खिलाफ दमनात्मक कार्रवाई का विरोध किया है.संघ ने कहा है कि सरकार अपनी विपफलताओं को छुपाने के लिए शिक्षकों को दण्डित कर रही है.बिना कारण वेतन स्थगित करना, शिक्षकों का निलंबन एवं प्रताड़ित करने की घटनाऐं आम हो गई हैं. संघ के अनुसार समस्तीपुर जिले के 38 प्रधनाध्यापकों का वेतन स्थगित करना और बक्सर के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षकों के साथ र्दुव्यवहार तथा प्रधनाध्यापक सहित कई शिक्षकों का निलंबन मानवाधिकारों का हनन और शिक्षकों का दमन है.