“विशेष” : सांसद के कैंपेन से जदयू प्रत्याशी का पलड़ा भारी
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर,मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो गए ।जाहिर तौर पर,शासन और प्रशासन दोनों ने राहत की सांसें ली है ।सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा के हुए उपचुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया ।इस विधान सभा क्षेत्र में 3 लाख 23 हजार 536 मतदाता वोटिंग कर रहे थे ।बात पुरुषों की करें तो यहां से 1 लाख 68 हजार 128 मतदाता पुरुष थे और 1 लाख 55 हजार 339 महिला मतदातायें थीं ।सिमरी बख्तियारपुर उप चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया ।उपचुनाव के लिए मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक निर्धारित किया गया था ।
शाम चार बजे तक उप चुनाव में कुल 51.76 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान के दौरान लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा था ।सुबह-सुबह ही लोग घर से निकलकर अपने बूथ पर पहुँचे,जहाँ उन्होंने अपने-अपने मत का प्रयोग किया ।आज शाम पांच बजे जिलाधिकारी शैलजा शर्मा ने मतदान कार्य सम्पन्न होने के उपरांत एक प्रेस वार्ता कर बताया कि 76 सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के 338 मतदान केंद्रों पर निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और भयमुक्त चुनाव सम्पन्न हो गया । कुल मतदान का प्रतिशत 51.76 रहा जिसमे पुरुषों का मतदान प्रतिशत 44.76 और महिलाओं का मतदान प्रतिशत 58.78 रहा । समूचे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के 338 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न हुआ ।इस चुनाव में,प्रत्याशियों की बात करें तो जदयू से डॉक्टर अरुण कुमार,राजद से जफर आलम और भीआईपी से दिनेश निषाद के बीच त्रिकोणीय है ।
लेकिन असली मुकाबला जदयू और राजद के बीच है ।राजद के लिए जहां स्टार प्रचारक तेजस्वी यादव थे वहीं जदयू प्रत्याशी के लिए सूबे के मुखिया नीतीश कुमार,ऊर्जा मंत्री,शिक्षा मंत्री सहित जदयू के कई बड़े नेताओं ने वोट मांगे ।बीजेपी कोटे से जल संशाधन मंत्री संजय झा सहित कई कद्दावर बीजेपी नेताओं ने भी अलग से वोट मांगे ।एक तरह से इस सीट को जदयू ने मूंछ की लड़ाई समझ लिया था ।सबसे अहम बात तो यह रही कि पूरे चुनाव प्रचार के दौरान मधेपुरा के जदयू सांसाद दिनेश चंद्र यादव ने कैम्प कर के चुनाव प्रचार किया ।
दिनेश चंद्र यादव सांसद बनने से पहले,यहीं से विधायक थे और उनके ही सांसद बनने से यह सीट खाली हुई थी ।यहाँ से जदयू प्रत्याशी डॉक्टर अरुण कुमार पहले भी,इस विधानसभा से जदयू के विधायक रह चुके हैं ।ये सांसद दिनेश चंद्र यादव के दाहिने हाथ माने जाते हैं ।आगे सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम के पिटारे में बन्द हो चुकी है ।अभी हम इतना अलग से बता रहे हैं कि एक ब्राह्मण निर्दलीय प्रत्याशी सोना बाबू भी बढ़िया वोट काटते दिख रहे हैं ।24 अक्टूबर को मतगणना के बाद तस्वीर पूरी तरफ से साफ हो जाएगी लेकिन मधेपुरा जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव के चुनाव में बेहद सक्रिय रहने की वजह से डॉक्टर अरुण कुमार का पलड़ा,निसन्देह,पहले से ही काफी भारी है ।
पीटीएन न्यूज मीडिया ग्रूप के मैनेजिंग एडिटर मुकेश कुमार सिंह की “विशेष”रिपोर्ट