बिहार में 600 से 800 रुपए में यूरिया बेच रहे तस्कर, यूपी से ला रहे खाद.

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सिटी पोस्ट लाइव :मानसून की बारिश समय से नहीं होने से परेशान बिहार के किसान अब यूरिया खाद के लिए दरदर भटक रहे हैं.बिहार में यूरिया खाद की किल्लत के कारण यूपी से यूरिया की तस्करी बड़ी पैमाने पर शुरू हो गई है. किसान भी अधिक दर पर यूपी से यूरिया की खरीदारी कर अपने खेतों में डालने को मजबूर हैं.यूरिया की किल्लत का लाभ उठाने के लिए तस्कर यूपी के पडरौना, खिरकिया, तमकुही रोड, दुदही सहित कुशीनगर जिले के विभिन्न शहर व बाजारों से ब्लैक दर पर यूरिया की खरीदारी कर बिहार-यूपी सीमा को पार कर बेच रहे हैं.

तस्कर पिकअप, ऑटो व बाइक से यूरिया लादकर सीमा पार करा रहे हैं. तस्करी कर लाई गई यूरिया नरकटियागंज, लौरिया, भैरोगंज, रामनगर, नवलपुर सहित विभिन्न शहरों व बाजारों तक पहुंच रही है. तस्करी को लेकर कृषि पदाधिकारी पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं.तस्करों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से उनका मनोबल बढ़ा हुआ है. धनहा थानाध्यक्ष ने बताया कि यूरिया खाद लेकर जाने वालों पर जब रोक लगाई जाती है तो अपने आप को किसान बताते हैं.

सीमावर्ती क्षेत्र में यूपी का आधार कार्ड दिखाने पर यूपी सरकार की निर्धारित दर पर खाद मिल रही है. यूपी का आधार कार्ड नहीं होने पर 380-400 रुपए प्रति बोरी की दर से यूरिया मिल रही है. तस्कर इसी यूरिया कइ खरीदारी कर बिहार इलाके में पहुंचा रहे हैं.मधुबनी के किसान रामनाथ यादव, मदन प्रताप सिंह, सुबोध सिंह, रामा यादव, जनार्दन यादव, गुड्डू सिंह, अमर सिंह, विजय यादव, कृष्णा यादव, भिरगुन गद्दी आदि ने बताया कि जिले में यूरिया की किल्लत के बाद तस्करी जोरों पर है.

तस्कर सीमावर्ती यूपी से ब्लैक दर पर यूरिया की खरीदारी कर बड़े बड़े वाहनों से धनहा-रतवल मुख्य पथ के रास्ते जिले के विभिन्न बाजार व शहरों में अधिक दर पर बेच रहे हैं.धनहा-रतवल मुख्य पथ के रास्ते यूपी के शहर व बाजारों से यूरिया खाद की तस्करी करने वाले तस्कर प्रतिदिन 1 हजार से अधिक बोरी यूरिया खाद की तस्करी कर रहे हैं. प्रतिदिन पिकअप, ऑटो व एक बाइक पर पांच-पांच बोरी यूरिया खाद ला रहे हैं.

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