सिटी पोस्ट लाइव : गोपालगंज के भोरे में अपने पांच सूत्रीय मांगों के समर्थन में सोमवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर डटे वन श्रमिकों की हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। वहीं वन श्रमिकों के हड़ताल पर चले जाने से वन प्रक्षेत्र का काम भी काफी प्रभावित हो रहा है। पौधों के रखरखाव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
वन कर्मियों का टूटा सब्र का बांध जमकर किया प्रदर्शन
वहीं हड़ताल पर गये वन श्रमिकों ने गुरुवार को वन प्रक्षेत्र कार्यालय भोरे में जमकर प्रदर्शन किया।इस दौरान डीएफओ के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। वहीं वन विभाग का कोई भी अधिकारी ना तो वन श्रमिको का हाल जानने आए और ना ही नर्सरी के पौधों को देखने की पौधा सुख रहा है या सरकार का पैसा पौधा सूखने से डूब रहा है। वन श्रमिकों की प्रमुख मांगों में
प्रधान मुख्य वन संरक्षक पटना के आदेश को अविलंब लागू करने, सभी वन श्रमिकों को खाता से भुगतान करने और ईपीएफ की कटौती कर उसका पैसा जमा करने, वन पदाधिकारी द्वारा वन श्रमिकों को अस्थायी परिचय पत्र निर्गत किया गया है, उसे स्थायी करने और वर्दी की आपूर्ति करने, कैटेगरी कायम करने हेतु अकुशल कुशल, अर्द्धकुशल, अतिकुशल की वरीयता सूची तैयार है उसे अविलंब लागू करने और सरकार के अपर सचिव के उस आदेश का हवाला दिया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि छंटनी पर रोक लगायी गयी है, कोरोना महामारी में जहां भी छंटनी हुई है, उन्हें पूर्ण भुगतान के साथ वापस करने की मांग की गयी, इस प्रदर्शन के दौरान प्रक्षेत्र के सभी वन श्रमिक मौजूद थे।
गोपालगंज से अजीत कुमार श्रीवास्तव