बिहार में सियासी भूचाल के संकेत, जेडीयू और बीजेपी दोनों ने एक दूसरे की इफ्तार पार्टी से बनायी दूरी
सिटी पोस्ट लाइवः मंत्रिमंडल विवाद को लेकर बिहार में एनडीए के अंदरखाने राजनीतिक संकट गहराता नजर आ रहा है। बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम में तेजी से बदलाव हो रहा है और यही बदलाव सियासी भूचाल के संकेत दे रहा है। जेडीयू और बीजेपी की ओर से अयोजित इफ्तार पार्टी से भी यह संकेत मिले हैं कि दोनों दलों की बीच रिश्ते कितने तल्ख हुए हैं। बीजेपी की इफ्तार पार्टी में जेडीयू का कोई भी नेता शामिल नहीं हुआ. हालांकि मीडिया ने जेडीयू की गैरहाजिरी पर सवाल किए तो बीजेपी इन सवालों को टालती नजर आई.बीजेपी भी जेडीयू से कहां कम है उसने भी वहीं तेवर दिखाए और जेडीयू की इफ्तार पार्टी में बीजेपी का कोई भी नेता शामिल नहीं हुआ. हालांकि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मीडिया को सफाई दी.
सुशील मोदी ने कहा कि इफ्तार का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकालना चाहिए. यह मूलरूप से धार्मिक आयोजन है. सुशील मोदी ने कहा कि सभी जगह एक साथ आयोजन होने से असुविधा हुई. सोमवार को लोजपा की इफ्तार पार्टी में एनडीए के सभी नेता एक साथ शामिल होंगे.जदयू की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के पुराने साथी रहे हम पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी पहुंचे. लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान भी पहुंचे. लेकिन बीजेपी का कोई नेता इफ्तार में नहीं गया. अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि दोनों दलों के बीच खटास कितनी बढ़ गयी है।