शिबू सोरेन ने दे दी है हिंसक आन्दोलन की धमकी, स्कूलों के विलय के फैसले से हैं नाराज
सिटी पोस्ट लाइव : झारखण्ड के कल के सुपर हीरो आज के फालेन हीरो जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन बूढ़े जरुर हो चुके हैं लेकिन उनके ईरादे आज भी जवान हैं. कभी अपने एक आवाज से झारखण्ड को हिला देनेवाले शिबू सोरेन उर्फ़ गुरु जी आज शारीरिक रूप से कमजोर भले हैं लेकिन उनके ईरादे आज भी क्रांतिकारी और तेवर विद्रोही है. अलग झारखण्ड राज्य की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाले गुरूजी ने वर्तमान झारखण्ड सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. उन्होंने राज्य सरकार के स्कूल विलय के फैसले को लेकर सरकार को धमकी दे डाली है . मंगलवार को दुमका के जरमुंडी प्रखंड के जमुआ गांव कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे को शिबू सोरेन ने ग्रामीणों को एक तरफ शिक्षा का महत्त्व समझाया .वहीं राज्य सरकार को हिंसा की धमकी भी दे डाली.
गुरूजी ने ग्रामीणों को शिक्षा का महत्व समझाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार सूबे में 6500 विद्यालयों का विलय कर रही है. यह आदिवासियों के बच्चों को मूर्ख रखने का प्रयास है. इसलिए स्कूल विलय के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा चाहे सरकारी संपत्ति का नुकसान ही क्यों ना हो.जाहिर है कभी ईंट से ईंट बजा देने की ताकत रखनेवाले शिबू सोरेन के तेवर आज भी बगावती हैं खासतौर पर जब बात आदिवासियों के हित की हो.
गुरूजी ने कहा कि वैसे भी आदिवासी ईलाकों में स्कूलों की कमी है.गावं-गावं में स्कूल खोलने की जरुरत है. आदिवासियों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने की जरुरत है लेकिन वर्तमान बीजेपी सरकार उन्हें हमेशा अनपढ़ जाहिल-गंवार रखने की शाजिश कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर स्कूलों का विलय किया गया तो वो चुप नहीं बैठेगें .आन्दोलन होगा और आंदोलनकारी सरकारी सम्पति की बर्बादी की परवाह नहीं करेगें. जाहिर हिंसक आन्दोलन की धमकी गुरूजी ने दे दी है. गौरतलब है कि आज भी आदिवासी शिबू सोरेन को अपना गुरु मानते हैं और उनके एक आह्वान पर झारखण्ड के आदिवासी बेकाबू हो सकते हैं.