लालू की किताब पर बवाल, शिवानंद तिवारी ने कहा- नीतीश के दबाव में बदला प्रशांत ने बयान
सिटी पोस्ट लाइव : राजद सुप्रीमो लालू यादव की एक किताब आने वाली है िजसका नाम है ‘गोपालगंज टू रायसीनाः माई पाॅलिटिकल जर्नी’। नलिन वर्मा के साथ लालू ने यह किताब लिखी है इसका लोकापर्ण जल्द होने वाला है लेकिन इस किताब के कुछ राज बाहर आ गये हैं जिससे बिहार की राजनीति में गर्माहट बढ़ गई है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने दावा किया है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन में वापस आना चाहते थे, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था क्योंकि नीतीश पर उनका भरोसा पूरी तरह खत्म हो गया है.
इस पर अब सियासत तेज हो गई है. प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इसका जवाब दिया है. उन्होंने अपने आधिकारिक अकाउंट पर लिखा, लालू जी द्वारा बताए गए दावे गलत हैं. यह और कुछ नहीं बल्कि एक ऐसे नेता द्वारा अपनी प्रासंगिकता बताने की कोशिश का एक घटिया प्रयास है, जिनके अच्छे दिन पीछे छूट चुके हैं. उन्होंने लिखा आगे लिखा, उन्होंने लिखा, जेडीयू में शामिल होने से पहले हमने कई बार मुलाकात की, लेकिन अगर मुझे यह बताने को कहा जाए कि उसमें क्या चर्चा हुई तो वे काफी शर्मिंदा होंगे.
वहीँ अब प्रशांत किशोर के जबाव का राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने पलटवार किया है. कहा है कि प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश के दवाब में आकर बयान बदला है. क्योंकि इससे पहले पीके ना तो रिफ्यूज कर रहे थे और ना ही कंफर्म कर रहे थे. ऐसे में अब अचानक ये कहना कि लालू जी के दावे बोगस हैं, तो ये गलत है.
गौरतलब है कि इस पुस्तक में लालू ने लिखा है कि, प्रशांत किशोर यह जताने की कोशिश कर रहे थे कि अगर मैं जदयू को लिखित में समर्थन सुनिश्चित कर दूं तो वह बीजेपी से गठबंधन तोड़कर महागठबंधन में दोबारा शामिल हो जाएंगे. हालांकि, नीतीश को लेकर मेरे मन में कोई कड़वाहट नहीं है, लेकिन मेरा उन पर से विश्वास पूरी तरह हट चुका है.