सिटी पोस्ट लाइव: बिहार के शेखपुरा जिले के अरियरी प्रखण्ड एक ताजा मामला सामने आया है. जहां के सीओ साहब बिना राशि लिए कोई काम नहीं करते है. यह पहला नहीं अरियरी सीओ के खिलाफ दूसरा मामला है. पीड़ित ने गुहार लगाते हुए कहा है कि, किसान सम्मान निधि योजना के तहत 15 माह पहले पंजीकृत किया गया था. लेकिन, अंचलाधिकारी द्वारा अभी तक आवेदन को रोक कर रखा गया है.
वहीं इसको लेकर कई बार जिलाधिकारी व वरीय अधिकारियों को आवेदन देकर आग्रह भी किया गया. लेकिन, आवेदन पर कोई कार्य नहीं हो सका. 3 मार्च को पुनः आवेदन की स्थिति जानने के लिए जब पीड़ित किसान का पुत्र कमलेश कुमार कुशवाहा अरियरी अंचला अधिकारी के कार्यालय पहुंचा तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया. साथ ही अपशब्द का व्यवहार करते हुए अधिकारी के ऑफिस से किसान कमलेश कुमार को बाहर कर दिया गया.
वहीं इसकी जानकारी उक्त युवक के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को भी दिया गया है और जिलाधिकारी को भी लेकिन अभी तक अंचलाअधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी है. बता दें कि, इससे पहले भी अरियरी के अंचलाधिकारी पर 20000 रुपये घूस लेने का आरोप लगाते हुए लोक शिकायत निवारण केंद्र में आवेदन दिया गया था. यह भी बता दें कि, प्रखंड कार्यालय में अपने कार्य के लिए चक्कर लगाने वाले लोगों के साथ दुर्व्यवहार का यह मामला नया नहीं है. बहरहाल, पीड़ित के द्वारा दोबारा जिलाधिकारी को आवेदन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई गई है लेकिन बढ़ते कोरोना प्रकोप के कारण जिलाधिकारी से युवक नहीं मिल पाया है और न्याय संगत कार्य करने की अधिकारियों से गुहार लगाई गयी है.
शेखपुरा से धीरज सिन्हा की रिपोर्ट