सिटी पोस्ट लाइव : तिहाड़ जेल में बंद बिहार के पूर्व सांसद व बाहुबली मो.शहाबुद्दीन अब अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे. जानकरी अनुसार उनकी पैरोल की अर्जी ख़ारिज हो गई है. बता दें शऩिवार की रात उनके पिता का निधन हो गया था। जिसके बाद तिहाड़ जेल में बंद शहाबुद्दीन को पैरोल पर बाहर लाने का प्रयास शुरू हो गया। आरजेडी के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के पिता शेख मोहमद हसीबुल्लाह ने शनिवार की रात अंतिम सांस ली। वे 90 वर्ष के थे। पिछले कई दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। निधन की जानकारी मिलने के बाद राजद के कई नेता व कार्यकर्ता शहाबुद्दीन के गांव प्रतापपुर पहुंचे।
वहीं तिहाड़ में बंद सजा काट रहे बाहुबली मो.शहाबुद्दीन को पिता के निधन के बाद जेल से बाहर लाने की जी तोड़ कोशिश की गई। मिल रही जानकारी के मुताबिक पूर्व सांसद को पैरोल पर बाहर लाने की कानूनी कयावद रात में ही उनके वकीलों ने शुरू कर दी थी। ताकि वो अपने पिता के जनाजे को कंधा दे सके। उन्होंने जेल के डीजी के पास अपनी अर्जी दी थी। फिलहाल तिहाड़ जेल के डीजी के पास शहाबुद्दीन की यह अपील लंबित है। जिसके तहत मो. शहाबुद्दीन ने दो सप्ताह के लिए पेरोल पर बाहर जाने की इजाजत मांगी थी।
अब जब पैरोल की अर्जी ख़ारिज हो गई है तो ऐसे में अब वो अपने पीता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सकेंगे. जानकारी अनुसार शहाबुद्दीन को पैरोल नहीं मिलने का कारण कानूनी प्रक्रिया बताई जा रही है. क्योंकि जिस इल्जाम में उन्हें दोषी करार दिया गया और जिसकी वो सजा काट रहे हैं वो बेहद जघन्य है. बता दें कि बिहार के पूर्व सांसद व बाहुबली नेता मो. शहाबुद्दीन अभी तिहाड़ जेल में बंद हैं। सीवान के प्रतापपुर गांव में दो भाइयों को 2004 में तेजाब से नहलाकर मार दिया गया था। जिसका आरोप मो. शहाबुद्दीन पर लगा था। इस मामले में उन्हें विशेष अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई थी।