सिटी पोस्ट लाइव, रांची: झारखंड विधानसभा ने चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए सात हजार तीन सौ तेईस करोड़ पच्चीस लाख रुपये से अधिक के द्वितीय अनुपूरक बजट का ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी। विधानसभा में भोजनावकाश के बाद द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान सरकार की ओर से जवाब देते हुए वित्तमंत्री डॉ0 रामेश्वर उरांव ने कहा कि जनहित में द्वितीय अनुपूरक बजट की राशि को मंजूरी मिलना जरूरी है। चर्चा के बाद भाजपा के अनंत ओझा की ओर से लाये गये कटौती प्रस्ताव को नामंजूर करते हुए द्वितीय अनुपूरक बजट और तत्संबंधी विनियोग विधेयक संख्या एक को ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी गयी। अनुपूरक बजट पर कटौती प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा विधायक अनंत ओझा ने राज्य सरकार पर युवाओं के साथ छलावा करने का आरोप लगाया और पार्टी के सभी सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर गये।
इस बीच सभा से बाहर निकलने के पहले भाजपा के सीपी सिंह ने बताया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के सिनेट सदस्य के रूप में पहले उनका नाम भेजा गया, लेकिन बाद में जारी अधिसूचना में उनका नाम हटा दिया गया, यह वरिष्ठतम सदस्य का अपमान है, यह कहते हुए उन्होंने जारी अधिसूचना की प्रति सभा में ही फाड़ कर विरोध दर्ज कराया। विधायक प्रदीप यादव ने इस पर एतराज करते हुए कहा कि भाजपा विधायक ने संसदीय पत्र को फाड़ने का काम किया है, उनके खिलाफ निन्दा प्रस्ताव लाया जाना और शेष बजट सत्र के लिए उन्हें निलंबित किया जाना चाहिए। भाजपा के सभी सदस्य जब सभा का बहिर्गमन कर बाहर चले गये, तो अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद शुरू हुआ। इस चर्चा मेंजेएमएम के लोबिन हेम्ब्रम, कांग्रेस इरफान अंसारी, विधायक बंधु तिर्की और भाकपा-माले के विनोद कुमार सिंह ने हिस्सा लिया।