समस्तीपुर की ज्योति सिंह के सिर सजा मिस बिहार 2018 का ताज, निशा कुमारी बनी फ़र्स्ट रनर अप

City Post Live - Desk

समस्तीपुर की ज्योति सिंह के सिर सजा मिस बिहार 2018 का ताज, निशा कुमारी बनी फ़र्स्ट रनर अप

सिटी लाइव पोस्ट – मिस बिहार 2018 का आयोजन श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में किया गया. इस बार मिस बिहार 2018 के आयोजन में बिहार के लगभग सभी जिले से आए हुए प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. ओसियन विजन के द्वारा आयोजित मिस बिहार 2018 में पटना समेत दूरदराज के जिलों से टॉप 23 कंटेस्टेंट ने हिस्सां लिया. जिसमें स्टूडेंट से लेकर फैशन वर्ल्डो में करियर बनाने की तमन्ना रखने वाली बैंकर्स, आईटी आदि शामिल हैं. बिहार 2018 की ज्यूरी मेंबर्स में मिस इंडिया 2017 की फर्स्ट रनर अप सना दुआ, मिस्टीर इंडिया 2017 अभी खजुरिया और बॉलीवुड फैशन डायरेक्टटर कौशिक घोष शामिल थे.

 

मिस बिहार 2018 की शुरूआत पहले राउंड में बॉलीवुड के गाने पर डांस से हुई. उसके बाद दूसरे राउंड में इंट्रोडक्‍शन, तीसरे राउंड क्‍लब राउंड, चौथा आई क्‍यू राउंड और पांचवें जज राउंड के आधार पर मिस बिहार 2018 का विनर ज्‍योति सिंह को चुना गया. इसकी घोषणा खुद मिस इंडिया 2017 फेम सना दुआ ने की. पांच राउंड तक चले नेक टू नेक फाइट में मिस कांटिजेंट श्वेता कुमारी, मिस बॉलीवुड दिवा खुशी, मिस ब्‍यूटीफुल आई यशस्वी, मिस कैटवाक निष्ठा, मिस परफैक्‍ट ड्रेस सादिया, मिस टाइलेंट मुस्कान, मिस ब्‍यूटीफुल स्‍कीन शालिनी, मिस सोशल काउज काजल रानी, मिस परफेक्‍ट 10 खुशबू, मिस पर्सनालिटी ज्योति,बेस्‍ट समाइल दिव्यानी और बेस्‍ट हेयर मेघा बनीं.

वहीं, ओसियन विजन के डायरेक्‍टर प्रवीण सिन्‍हा ने बताया कि -“फ्रीडम मिस बिहार 2018 को एक लाख रुपए का मॉडलिंग कॉन्ट्रैक्ट मिलेगा. इस प्रतियोगिता के माध्यम से बिहार की प्रतिभा को निखारने की कोशिश की जा रही है. इसके साथ ही हमने अन्य प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार की व्यवस्था की है. कौशिक घोष ने बताया कि मिस बिहार 2018 बेहद अच्‍छा कंसेप्‍ट है.” उन्होंने कहा कि -“ईस्‍टर्न इंडिया का यह एक मात्र शो है, जो फेमिना मिस इंडिया के स्‍टेंर्डड पर आयोजित होता है.” इस कार्यक्रम की लोगों ने काफी सराहना की तथा इस प्रतियोगिता का खूब आनन्द लिया. वहाँ उपस्थित सभी लोगों का यही कहना था कि ऐसे कार्यक्रम से लोगों में एक प्रतिस्पर्धा जागती है. और यहाँ से उनके लिए मुम्बई, दिल्ली एवं कोलकाता के फिल्म उधोग में प्रवेश के रास्ते खुल जाते हैं.तथा इससे एक पहचान बन जाती है.

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