सिटी पोस्ट लाइव :कोरोना के संक्रमण के बीच बिहार सरकार सूबे के 10 जिलों की बदहाल सड़कों का कायाकल्प करने की योजना बना चुकी है.पथ निर्माण विभाग ने बिहार के 10 जिलों की 15 सड़कों को कायाकल्प के लिए चुना है. इन सड़कों के मरम्मत पर 241 करोड़ खर्च होंगे. इन योजनाओं पर काम करने के लिए विभाग ने टेंडर भी निकाल दिया है और निविदा समिति ने राशि भी मंजूर कर दी है.241 करोड़ की राशि से जिन 10 जिलों की सड़कों और पुल-पुलियों के निर्माण और मरम्मत पर काम होगा उसमें पटना, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, नालंदा, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, बक्सर और किशनगंज शामिल हैं.
पटना में पटना-गया रोड में स्टेट हाईवे-1 के इलाहीबाग से राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या-30 के श्रीकृष्ण नगर वाया डंपिंग यार्ड होते हुए फोर लेन का निर्माण होगा. दरभंगा की 5 योजनाओं के लिए 57 करोड़ और वैशाली की दो योजनाओं पर 33 करोड़ 19 लाख खर्च होगा. किशनगंज में माछी नदी पर पुल तक संपर्क पथ बनाने के मद में 7 करोड़ 29 लाख खर्च होगा. वैशाली में हाजीपुर के सुरेश चौक से मेहसी चौक होते हुए स्वराजपुर पथ पर 24 करोड़ 48 लाख तो बेनीभगत चौक-चौहट्टा यूसूफपुर राजपुत नगर से पासवान चौक रोड पर 8 करोड़ 71 लाख खर्च होगा.
मधुबनी के लदनिया बाजार से बाबूबरही रोड वाया खाजेडीह-सलखनिया हाट रोड बनाने के मद में 30 करोड़ 94 लाख, सीतामढ़ी में बरही से डिमाही वाया सिरसिया रोड पर 22 करोड़ 93 लाख तो नालंदा में एकगंरसराय बाइपास रोड के निर्माण मद में 17 करोड़ खर्च होगा, जबकि मुजफ्फरपुर में रून्नीसैदपुर-कटरा-केवत्सा रोड पर 48 करोड़ 30 लाख तो जहानाबाद कॉलेज से कल्पा वाया चकिया लारसा पथ के लिए 3 करोड़ 80 लाख खर्च होगा. बक्सर स्टेशन से रामरेखा घाट रोड पर 11 करोड़ 85 लाख खर्च होगा.
बिहार के पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव ने बताया कि सभी योजनाओं को 5 से 18 माह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. दरअसल बिहार सरकार के इस फैसले को चुनावी साल से जोड़कर भी देखा जा रहा है और माना जा रहा है कि ये लोगों को सरकार की तरफ से तोहफा देने की तैयारी है. दरअसल सीएम नीतीश कुमार ने कई बार ये कहा है कि उनका लक्ष्य है कि लोगों को बिहार के किसी कोने से राजधानी पटना पहुंचने में 6 घंटे से अधिक समय नहीं लगे. चुकी इस साल चुनाव भी है इस वजह से कोरोनाकाल में भी पथ निर्माण विभाग इन योजनाओं को पूरा करने में लगा है.