सिटी पोस्ट लाइव : राष्ट्रीय जनता दल के सर्वे सर्वा लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव इनदिनों पार्टी की कार्यशैली से बेहद नाराज चल रहे हैं. पार्टी में उनकी अनदेखी उन्हें इतनी खली कि उन्होंने अपना अलग एक संगठन तैयार कर लिया. हालांकि ये संगठन राजद के हित के लिए ही था, लेकिन शायद राजद इसे अलग दल समझने की भूल कर बैठे. तेज प्रताप यादव ने इसके चिन्ह में लालटेन लगा दिया तो पार्टी को नागवार गुजरा और उस पर बैन लगा दिया गया.
जिसके बाद अब छात्र जनशक्ति परिषद ने गमझे के हरे रंग को भी बदल दिया है. क्योंकि हरे रंग का गमझा राजद के कार्यकर्ता इस्तेमाल करते हैं. और जब लालटेन ही नहीं तो गमझा किस काम का. बताया जाता है कि झंडा को तेजप्रताप ने आधा पीला और आधा हरा रंग दिया है. परिषद के प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत प्रताप यादव बताते हैं कि पीला रंग कृष्ण से लिया गया है। तेजप्रताप जी कृष्ण के उपासक हैं, इसलिए पीला रंग का इस्तेमाल झंडा में सबसे ऊपर की तरफ है। नीचे की तरफ का हरा रंग हरियाली का प्रतीक है। बीच में तेज प्रताप और उनकी बांसुरी है.
जानकारी अनुसार तेजप्रताप भी गमछा रखेंगे, लेकिन वह जनशक्ति परिषद के झंडा से मिलता-जुलता होगा. यानी RJD के गमछा की तरह पूरी तरह हरा नहीं होगा. यह गमछा पीला और लाल रंगों वाला होगा. तेज प्रताप यादव ने जब छात्र जनशक्ति परिषद का गठन किया था तो उसका चिह्न हाथ में लिए हुए लालटेन को बनाया था. पैड पर छात्र जनशक्ति परिषद और फिर ब्राइकेट में राजद भी लिखा गया था, लेकिन लालू और तेजस्वी को इस पर आपत्ति हुई. खुद तेज प्रताप यादव ने छात्र जनशक्ति परिषद के प्रशिक्षण शिविर में बताया था कि लालू प्रसाद ने कहा कि लालटेन से लोगों को कन्फ्यूजन होगा, इसलिए तुम बांसुरी को अपना चिह्न बनाओ, इसके बाद हमने बांसुरी को चिह्न रख लिया.