RJD के सीमांचल के धुरंधर अल्पसंख्यक नेता फातमी होगें JDU में शामिल
सिटी पोस्ट लाइव : पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोक सभा चुनाव में टिकेट नहीं मिलने से नाराज होकर RJD छोड़ने वाले नेता अली अशरफ फातमी अब JDU में शामिल होंगे. फातमी ने रविवार को दरभंगा में इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि वो सीमांचल के लाखों कार्यकर्ताओं के साथ जदयू की सदस्यता लेंगे.
राजद के वरिष्ठ नेता रहे अली असरफ फातमी ने चुनाव से पहले राजद के विरोध में आवाज उठाई थी. राजद से टिकट कटने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री फातमी ने मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से बसपा के टिकट पर नामांकन दाखिल किया था. बागी बनने के बाद पार्टी ने न केवल उन पर कार्रवाई की थी बल्कि फातमी को पार्टी से निष्कासित भी कर दिया था.
फातमी ने तब कहा था कि अगर शकील अहमद को कांग्रेस वहां से टिकट देती है तो वो नामांकन नहीं करेंगे. लेकिन अगर शकील निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो वो चुनाव मैदान में होंगे. फातमी ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा था कि उनकी जितनी उम्र है उससे अधिक समय वे राजनीति कर रहे हैं. फातमी ने कहा था कि राजद में उन जैसे नेताओं की कोई पूछ नहीं. फातमी दरभंगा से कई बार सांसद रह चुके हैं लेकिन इस बार उनका पत्ता कट गया जिसके बाद उन्होंने मधुबनी सीट से दावेदारी ठोंकी लेकिन ये सीट वीआईपी के खाते में गई थी.
फातमी जैसे कदावर RJD नेता का JDU में जाने का मतलब बहुत बड़ा है. इसका सीधा मतलब है कि बीजेपी के साथ सरकार चलाने के वावजूद भी नीतीश कुमार का क्रेज अल्पसंख्यकों में बरकरार है. आज भी लालू यादव के बाद सबसे ज्यादा अल्पसंख्यकों के पसंदीदा नेता नीतीश कुमार ही हैं.