निकाय चुनाव में RJD-JDU ने नहीं दिखाई एकजुटता.

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सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के नगर निगम चुनाव में BJP ने बाजी मार ली. नगर निकाय चुनाव दलगत आधार पर तो नहीं हुआ लेकिन चुनाव में अपने समर्थित उम्मीदवारों को जिताने के लिए खूब जोर लगाया.दरअसल, राजनीतिक दल नगर निकाय के चुनाव के बहाने अपनी राजनितिक ताकत की आजमाइश करना चाहते थे. 17 नगर निगम के रिजल्ट के गणित को देखे तो भाजपा समर्थित 6 मेयर ने जीत दर्ज की है. 6 मेयर और चार डिप्टी मेयर बने हैं.महागठबंधन समर्थित 6 मेयर और 5 डिप्टी मेयर विजयी हुए. सबसे चौंकाने वाली बात है कि बिहार के लोगों ने किसी पार्टी से समर्थित उम्मीदवार को पसंद न करते हुए 5 ऐसे मेयर बनाए हैं, जिनका किसी भी राजनीतिक दलों से कोई संबंध नहीं था. 8 ऐसे डिप्टी मेयर बने हैं, जिसको किसी भी दल ने समर्थन नहीं किया.

पटना नगर निगम से दोनों सीटों पर यानी कि मेयर और डिप्टी मेयर पद पर भाजपा कब्जा जमाने में कामयाब रही. आरा नगर निगम मेयर- डिप्टी मेयर पर बीजेपी ने कब्जा किया है तो गया में महागठबंधन ने बाजी मार ली.गया में कांग्रेस से समर्थित उम्मीदवार को जीत मिली. छपरा में भी भले बीजेपी ने मेयर का चुनाव जीत लिया लेकिन, डिप्टी मेयर पर लोगों ने भरोसा नहीं किया और वहां पार्टी समर्थित उम्मीदवार को जीत नहीं मिली. मुजफ्फरपुर नगर निगम में बीजेपी ने कब्जा जमाया है. यहां बीजेपी के समर्थित उम्मीदवार भाजपा की महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष निर्मला साह चुनाव जीत गई है. भाजपा के पूर्व मंत्री सुरेश शर्मा के समर्थन से डिप्टी मेयर का चुनाव भी मोनालिसा ने जीत लिया है. मोतिहारी में पक्ष और विपक्ष ने मेयर और डिप्टी मेयर का पद बांट लिया है. आरजेडी ने मेयर पद पर कब्जा जमाया तो, बीजेपी ने डिप्टी मेयर पद पर जीत हासिल की है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के अंतर्गत आने वाले बिहार शरीफ नगर निगम में लोगों ने उन उम्मीदवार को पसंद किया जिन्हें किसी दल का समर्थन नहीं था. यहां मेयर और डिप्टी मेयर बिना किसी के समर्थन से बने हैं. सासाराम में भी ऐसा ही हुआ. बिहारशरीफ, बेतिया, सीतामढ़ी और दरभंगा के लोगों ने किसी भी दल पर भरोसा नहीं किया. उन्होंने ऐसे उम्मीदवार को चुना, जो किसी भी दल से ताल्लुक नहीं रखते थे.समस्तीपुर नगर निगम में जेडीयू और कांग्रेस के समर्थित उम्मीदवार मेयर और डिप्टी मेयर के पद पर जीते हैं. पूर्णिया नगर निगम से जेडीयू से समर्थित उम्मीदवार मेयर और डिप्टी मेयर पद पर जीत हासिल किए.

कटिहार में भाजपा एमएलसी अशोक अग्रवाल की पत्नी बीजेपी की समर्थन से मेयर बन गई. डिप्टी मेयर पद पर लोगों ने किसी भी समर्थित उम्मीदवार को पसंद नहीं किया. मुंगेर के सांसद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने अपनी साख बचा ली है. मेयर पद का चुनाव जदयू के समर्थित उम्मीदवार ने जीता है.लेकिन यहाँ भी डिप्टी मेयर को लेकर लोगों ने असमर्थित उम्मीदवार को पसंद किया.

बेगूसराय नगर निगम में मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव भाजपा नहीं जीत सकी. मेयर पद पर जदयू समर्थित उम्मीदवार ने जीत हासिल की .डिप्टी मेयर पर आरजेडी ने अपना कब्जा जमाया है.भागलपुर में ना तो बीजेपी के सांसद है और ना ही विधायक हैं. लेकिन, भाजपा ने मेयर पद पर जीत हासिल की है हालांकि डिप्टी मेयर पर आरजेडी जीती है.पटना नगर निगम में बीजेपी समर्थित उम्मीदवार सीता साहू जीत गई है.रेशमी चंद्रवंशी को डिप्टी मेयर के पद पर जीत मिली. दोनों की जीत के पीछे बड़ी राजनीतिक वजह है. बीजेपी ने दोनों को लेकर 1 सूत्रीय अभियान चलाया. इसके अलावा पार्टी ने किसी दूसरे प्रत्याशी को समर्थन नहीं दिया.

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