आरजेडी ने नहीं की सहयोगियों की नाराजगी की परवाह, दरौंदा सीट से उमेश सिंह को बनाया उम्मीदवार
सिटी पोस्ट लाइवः बिहार विधानसभा उपचुनाव को लेकर महागठबंधन में जो कलह मची है उसने यह तय कर दिया है कि यह राजनीतिक खेमा बिखर गया है। आरजेडी के सहयोगी दल नाराज हैं और आरजेडी ने यह स्पष्ट संकेत दे दिये हैं कि उसे सहयोगियों की नाराजगी की परवाह नहीं है। राजद ने जब नाथनगर, सिमरी बख्तियारपुर और बेलहर से अपने उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया तो महागठबंधन के सहयोगी दल नाराज हो गये। हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने पूछा कि महागठबंधन है भी या नहीं क्योंकि आरजेडी बिना सहयोगी दलों से रायशुमारी किये टिकट बांट रही है।
मुकेश सहनी ने भी नाराजगी जतायी। सहयोगियों की नाराजगी की परवाह किये बिना आरजेडी ने अब अपने चैथे उम्मीदवार के नाम का एलान भी कर दिया है। आरजेडी ने दरौंदा सीट से उमेश सिंह को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि बिहार में पांच विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है। राजद ने अबतक तीन सीटों नाथनगर से राबिया खातून , बेलहर से रामदेव यादव और सिमरी बख्तियारपुर से जफर आलम के नाम की घोषणा कर दी है।
राजद द्वारा चारो के चारो सीटों पर अपना प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि क्या उपचुनाव में ही महागठबंधन बिखर गया है। राजद के इस घोषणा के बाद महागठबंधन में शामिल दल अब क्या करेंगे। उनका रुख क्या होगा। गौरतलब है कि महागठबंधन में शामिल हम पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने भी नाथनगर से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है।