बामदल की रैली से RJD-CONG के नेता नदारत , JDU ने कहा- खंड-खंड हुई एकता
सिटी पोस्ट लाइव : सीपीआई एमएल ने गुरुवार को राजधानी पटना के गांधी मैदान में आयोजित अपनी ‘भाजपा भगाओ लोकतंत्र बचाओ ‘ रैली से कांग्रेस और आरजेडी को दूर ही रखा. वाम दलों की इस रैली में न तो कांग्रेस के नेता आमंत्रित थे और ना ही आरजेडी के नेता. आरजेडी ने भी इस रैली को समर्थन दिया.लेकिन , वाम दलों की इस रैली में कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं को निमंत्रण नहीं मिलने को लेकर जेडीयू ने जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस संसद अखिलेश सिंह ने कहा कि बाम दलों की कोई विवशता हो सकती है, जिस कारण उन्होंने कांग्रेस आरजेडी को नहीं बुलाया. फिर भी हम रैली के मूल्यों के आधार पर वाम दलों के साथ खड़े हैं.
कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि अगर वामदलों को बीजेपी और कांग्रेस में से चुनना होगा तो बेशक वो कांग्रेस को हीं चुनेंगे. इतना हमें भरोसा है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि कांग्रेस का गठबंधन आरजेडी के साथ है. ऐसे में वाम दलों ने आरजेडी को बुलाया है. उन्होंने कहा कि वो कांग्रेस को बुलाते हैं या नहीं, इससे कोई अंतर नहीं पड़ता है. किसी को बुलाने या नहीं बुलाने का वाम दलों को हक है.लेकिन सत्ताधारी दल ने इसको लेकर जोरदार हमला महागठबंधन पर किया है.
जेडी (यू) के मुख्य प्रवक्ता व पूर्व विधान पार्षद संजय सिंह ने गुरुवार को फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी जी, आप जिस महागठबंधन की एकता को लेकर दंभ भर रहे थे, वो आज चकनाचूर हो गया. सीपीआई एमएल की रैली ने ये बता दिया कि आप कितने विखंडित हैं, खंड-खंड हैं. इस रैली में न तो कांग्रेस के बड़े नेता नजर आए और न ही आरजेडी के बड़े नेता नजर आए. हालांकि सीपीआई एमएल का ये दावा था कि उन्होंने महागठबंधन को बुलाया है. लेकिन इस रैली में महागठबंधन में दूरियां साफ-साफ नजर आ रही थीं.
उन्होंने कहा कि आज पूरे दिन आप अपने सरकारी आवास पर लोगों से मिलते रहे. तथाकथित आपने जनता दरबार लगाया था, लेकिन आपकी क्या मज़बूरी रही कि आप पटना में रह कर पटना के गांधी मैदान में नहीं गए? आपको वाम दल से न्योता भी आया था, लेकिन आप ने ये दूरियां क्यों बना रखी थीं?संजय सिंह ने तेजस्वी से सवाल पूछा कि सीपीआई एमएल की रैली से आपने दूरियां क्यों बना रखी थी? क्या आपको इस बात का डर था कि आप रैली में जाते तो कांग्रेस नाराज हो जाती? क्या आपको इस बात का डर है कि आप चले जाते तो महागठबंधन टूट जाता? तो बिल्कुल आपने सही सोचा.
उन्होंने कहा कि महागठबंधन अब महागठबंधन नहीं रहा. ये सिर्फ समझौते भर रह गया है. अब इसमें महागठबंधन की कोई बात नहीं रह गई है. वैसे भी यदि गठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक रहता, तो गठबंधन के नेता एक-दूसरे नेता को भला-बुरा नहीं कहते. आप मान लीजिए, अब आपसे महागठबंधन नहीं चलने वाला है.उन्होंने यह भी कहा कि आपने वाम दल के नेताओं का भाषण जरूर सुना होगा और उन्होंने अपनी जुबान से यह जरूर कहा कि अब तक के देश के बिगड़े हालातों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. आप बताइए जिस महागठबंधन में आप हैं, कांग्रेस है, वाम दल के लोग हैं, वह वाम दल के लोग अब कांग्रेस को देश की खराब स्थिति के लिए जिम्मेदार मान रहे हैं. उन्होंने कहा कि आप भी मान लीजिए हालात जो खराब हुए थे, अब एनडीए की सरकार में ठीक हो रहे हैं.