सिटी पोस्ट लाइव : ओबीसी के आरक्षण को लेकर आज राबडी देवी के आवास पर एससी-एसटी विधायकों द्वारा आज बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में केन्द्र सरकार द्वारा आरक्षण की नीतियों में किये जा रहे बदलाव को लेकर विचार-विर्मश किया गया. बैठक के बाद राजद के एससी-एसटी विधायको ने बीजेपी, जदयू और लोजपा के एससी-एसटी विधायकों से बड़ी अपील की गई है.
राजद के इन विधायकों ने कहा कि नीतीश कुमार और रामबिलास पासवान तो आरएसएस और बीजेपी के पिछलग्गू हैं. इन्हें दलित और वंचित समाज की नहीं बल्कि हर हाल में अपनी कुर्सी की चिंता रहती है चाहे उसके लिए इन्हें दलितों की बलि ही क्यों ना देनी पड़े. इसके लिए इन्हें दलित समाज इन कुर्सीवादी नेताओं को माफ़ नहीं करेगा. नेताओं ने बीजेपी, जदयू और लोजपा के एससी-एसटी विधायकों से आह्वान करते हुए कहा है कि राजद का सैद्धांतिक आधार सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता रहा है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के नेतृत्व में हमेशा बाबा साहेब, लोहिया, कर्पूरी ठाकुर और जगदेव प्रसाद के सपनों को साकार करने का प्रयास किया गया है. लेकिन विगत दिनों में केन्द्र सरकार और उनके हर निर्णय का समर्थन करते-करते बिहार सरकार द्वारा भी बाबा साहेब के द्वारा दिए गए आरक्षण के संवैधानिक प्रावधानों की धज्जियां उड़ाई गई. आलम यह है कि न्यायालयो एंव अन्य संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर चुकी इन सरकारों के सामाजिक न्याय और आरक्षण विऱोधी एजेंडा का प्रतिबिंब उनके फैसले और टिप्पणियों से साफ दिख रहा है.
राजद ने कहा है कि बीजेपी बाबा साहब द्वारा प्रदत सामाजिक न्याय के संवैधानिक प्रावधानों को समाप्त करने का बीड़ा उठाया है. उसके इस साजिश को खत्म करने का राजद ने भी बीड़ा उठाया है. ऐसे में यह जरुरी हो जाता है कि पार्टी स्तर से उपर उठकर इस सामाजिक न्याय की लड़ाई में सभी एकजुट हो. गौरतलब है कि आज ही जीतन राम मांझी के घर पर सभी दलों के ओबीसी विधायकों की बैठक हुई.बैठक में जेडीयू नेता श्याम रजक भी पहुंचे.