सिटी पोस्ट लाइव : आज जनता के दरबार कार्यक्रम में खूब हाई-वोल्टेज ड्रामा हुआ. फरियादियों ने तो मुख्यमंत्री को परेशान और नाराज तो किया ही, कांग्रेस पार्टी के पूर्व नेता रामजतन सिन्हा भी पहुँच गये. रामजतन सिन्हा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलना चाहते थे, मगर अधिकारियों ने उन्हें इजाजत नहीं दी. जब इजाजत नहीं मिली तो रामजतन सिन्हा उखड गये. उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होनें जनता दरबार के बाहर ही धरने पर बैठने का ऐलान कर दिया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ राजनेता रामजतन सिन्हा का आरोप है कि भारत स्काउट और गाइड में पटना के जिलाधिकारी ने बस के एक मालिक को वहां काबिज कर दिया है. इस मामले की शिकायत के बावजूद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. डीएम के असंवैधानिक रवैये को लेकर सीएम को अवगत कराने के लिए वो जनता दरबार में आये थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया.दरअसल, जनता के दरबार में जाने के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन कराना होता है लेकिन रामजतन सिन्हा ऐसे ही पहुँच गये थे इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया गया. रामजतन सिन्हा ने कहा कि उन्हें तो यहां आकर पता चला कि जिनका रजिस्ट्रेशन पहले से हुआ है, केवल वही जा सकते हैं.
रामजतन सिन्हा ने कहा कि पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह भारत स्काउट और गाइड में अनाधिकार हस्तक्षेप कर रहे हैं. 9 सितंबर को डीएम से उन्होंने मुलाकात की थी. फिर वहां से हटाकर एक पक्ष को डीएम ने वहां काबिज करा दिया. इस मामले में कमिश्नर से मिलने के बावजूद भी अबतक कोई एक्शन नहीं लिया गया है. डीएम अब भी ट्रांसपोर्टर के पक्ष में बने हुए हैं. जांच के लिए बनी कमिटी आजतक बैठी ही नहीं है.जनता दरबार में सीएम से नहीं मिल पाने पर अफशोस जताते हुए सिन्हा ने कहा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को लेकर जानकारी के अभाव में वह सीएम से मिलने में कामयाब नहीं हो पाए. वह सीएम से शिकायत कर वहीं धरने पर बैठना चाहते थे. रामजतन सिन्हा न कहा कि वह डीएम पर क्रिमिनल केस करेंगे. पटना हाईकोर्ट में, लोकायुक्त में, जहां बन पड़ेगा, उनके खिलाफ आवाज उठाएंगे.