सिटी पोस्ट लाइव : सावन महीना भाई-बहनों का त्यौहार माना जाता है.हर भाई बहन को सावन के उस दिन का बेसब्री से इंतज़ार रहता है जिस दिन राखी का त्यौहार होता है. कोरोनाकाल (Corona Pandemic) में भाइयों तक राखी पहुंचाने के लिए डाक विभाग (Postal Department) ने अच्छी पहल की है. भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षा बंधन (Raksha Bandhan) को ध्यान में रखते हुए विभाग ने राखियों (Rakhi) की डिलीवरी अभी से शुरू कर दी है. कोरोना की वजह से फिलहाल ट्रेनों और बसों का परिचलन बंद है. ग्रामीण इलाकों में ई-कॉमर्स कंपनियों की पहुंच नहीं है. ऐसे में बहनें घर से दूर रहने वाले भाइयों के लिए डाक के द्वारा राखियां भेज रही हैं, ताकि भाइयों तक राखियां जल्द से जल्द पहुंच जाए.
इस साल डाक के द्वारा राखी भेजने वालों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है, क्योंकि कोरोना के चलते बाहर रहने वाले भाई घर नहीं लौट पा रहे हैं. डाक विभाग के मुताबिक देश के अंदर के लिए 28 जुलाई और विदेशों के लिए 25 जुलाई तक राखियां भेजी जा सकती हैं.पटना के बांकीपुर डाकघर के वरीय डाक अध्यक्ष अमित झा ने बताया कि डाक विभाग इस साल ट्रेन का परिचालन बंद होने की वजह से राखियों की डिलीवरी गाड़ियों से करवा रहा है. पूरे बिहार से लेकर दिल्ली और कलकत्ता तक राखियां पहुंचाई जा रही हैं. कई लोग राखियां विदेश भेज रहे हैं. लेकिन कोरोना की वजह से केवल 35 देशों के लिए ही राखी ली रही हैं.आस्ट्रेलिया और कनाडा की हवाई सुविधा नहीं होने के चलते इस बार समुद्री रास्तों से राखियों को विदेश भेजने का प्रबंध किया गया है.
बांकीपुर डाकघर के एसएसपी हम्द जफर ने बताया कि डाक विभाग ने रक्षा बंधन के अवसर पर वाटरप्रूफ डिजाइनर लिफाफे में राखी भेजने की व्यवस्था की है. इस लिफाफे का दाम भी बहुत कम दस रुपये रखा गया है. ये डिजाइनर लिफाफे राखी भेजने के लिए सुरक्षित भी है. इस लिफाफे के ऊपर राखी लिफाफा और हैप्पी राखी लिखा हुआ है. इस डाकिया को इन लिफाफों की जल्द डिलीवरी करने में मदद मिल रही है.
कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए पूरी सावधानी के साथ लिफाफे को भेजा जा रहा है. संक्रमण न फैले इसको ध्यान में रखते हुए सभी चिट्ठियों को लेने के समय सेनिटाइज किया जाता है. उसके बाद चिट्ठियों की डिलीवरी के पहले भी उसे सेनिटाइज कर लोगों को थमाया जा रहा है.