सिटी पोस्ट लाइव : रेलवे की ग्रुप C की परीक्षा है. परीक्षा की तारीख 9 अगस्त है .इस परीक्षा में लगभग 48 लोग भाग ले रहे हैं. लेकिन उनकी परेशानी ये है कि रेलवे ने उनके परीक्षा केंद्र सैकड़ों किलोमीटर दूर दूसरे राज्यों में दे दिया है. ग्रुप सी की परीक्षा के लिए दूसरे राज्यों में जाना अभ्यर्थियों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. अभ्यर्थी रेलवे की इस गुंडागर्दी से परेशान हैं और उन्होंने परीक्षा केंद्र अपने होम स्टेट में देने की मांग कर रहे हैं. लेकिन रेलवे उनकी परेशानियों को दूर करने की बजाय सफाई देकर पल्ला झाड लिया है.
रेलवे ने कहा है कि इस परीक्षा के लिए करीब 48 लाख से अधिक छात्रों ने आवेदन किया है. इनमें से लगभग 34 लाख, यानी 71% से अधिक आवेदकों को 200 किलोमीटर के अंदर ही परीक्षा केंद्र दिए गए हैं.रेलवे का कहना है कि कुछ राज्यों से आवेदकों की संख्या वहां उपलब्ध परीक्षा केंद्रों की क्षमता से बहुत ज़्यादा है. जैसे बिहार से 9 लाख, उत्तर प्रदेश से 9.5 लाख और राजस्थान से 4.5 लाख आवेदक हैं और इन राज्यों में परीक्षा केंद्रों की क्षमता इतनी नहीं है. पहले इस परीक्षा को छह दिनों में पूरा करने की योजना बनायी गयी थी जिसे बाद में बढ़ा कर 10 दिन कर दिया गया है ताकि इन राज्यों के ज़्यादा से ज़्यादा आवेदक को नजदीकी सेंटर्स मिले. इस अवधि को इससे ज़्यादा बढ़ाना सम्भव नहीं है क्योंकि उससे इसके बाद आयोजित की जाने वाली लेवल-1 की परीक्षा प्रभावित हो जायेगी.
रेलवे के अनुसार 99 फीसदी दिव्यांगों और महिलाओं को 200 किलोमीटर के अंदर परीक्षा केंद्र दिए गए हैं. इसी तरह थोड़ा और आगे बढ़कर 500 किलोमीटर के अंदर लगभग 83 फीसदी के सेंटर दिए गए हैं. सिर्फ 17 फीसदी कैंडिडेट्स को 500 किलोमीटर से ज्यादा दूरी पर सेंटर दिए गए हैं. जिन अभ्यर्थियों ने शुरुआत में आवेदन किया है उन्हें निकट के केंद्र मिले हैं, जबकि जिन्होंने बाद में आवेदन किया है उनको दूर के सेंटर आवंटित हुए हैं.