लॉकडाउन में रेलवे ने तीन दिनों में मजदूरों, छात्रों के लिए चलाई 4 ट्रेनें
सिटी पोस्ट लाइव : लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों, विद्यार्थियों, तीर्थयात्रियों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए चार राज्यों की सिफारिशों को मंजूर करते हुए रेलवे ने स्पेशल ट्रेन चलाना शुरू कर दिया है। बीते तीन दिनों में रेलवे ने चार ट्रेनें चलायी है। जिनमें से शुक्रवार की रात जयपुर से चली ट्रेन शनिवार को दोपहर दानापुर पहुंच चुकी’ है। इस ट्रेन से लगभग 1200 लोग जयपुर से दानापुर पहुंचे हैं।
तेलंगाना सरकार के अनुरोध पर केंद्रीय रेल मंत्रालय के निदेर्शानुसार लिंगमपल्ली से हटिया तक के लिए शुक्रवार को एक विशेष ट्रेन चलाई गई। कोटा से हटिया के लिए एक विशेष ट्रेन शनिवार रात अपने गंतव्य को रवाना कर दिया गया है। इसी तरह भुवनेश्वर, नासिक और लखनऊ और नासिक भोपाल के बीच भी ट्रेन चलाये जाने की योजना है। इसके अलावा रविवार को कोटा से छात्रों को लेकर स्पेशल ट्रेन बिहार पहुंचेगी।
इस बीच भारतीय रेल ट्रेन में यात्रियों के यात्रा के दौरान सामाजिक दूरी का ध्यान रख रही है। यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने और उतरने के बाद मेडिकल जांच किया जा रहा है। इन ट्रेनों में पेंट्री कोच नहीं है, लेकिन रेलवे ने खाने पीने की व्यवस्था की है। ट्रेन में चढ़ने से पहले ही हर यात्रियों को खाना मुहैया कराया जा रहा है। यात्रा के दौरान बीच मे भी खाने की व्यवस्था की जा रही है। स्टेशन पर यात्रियों की पूरी स्कैनिंग की जा रही है। इसके बाद ही उनको अपने गंतव्यों की ओर जाने दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे लाखों कामगारों के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग बढ़ गई है। बिहार के साथ ही पंजाब, केरल और तेलंगाना ने केंद्र सरकार से ट्रेन चलाने को कहा है। इन सरकारों ने कहा है कि लाखों मजदूरों को बसों से सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से वापस ला पाना और भेजना उनके बस में नहीं है।
रेलवे ने बताया कि ट्रेनों से भेजे जा रहे लोगों को राज्य सरकार बैचों में ला रही है, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा मानदंडों और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए बसों से लाया जा रहा और नामित रेलवे स्टेशन पर ट्रेन में समायोजित किया जा रहा है। प्रत्येक यात्री को फेस कवर लगाना अनिवार्य है। मूल स्टेशन पर भेजने वाले राज्यों द्वारा यात्रियों को भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।