सिटी पोस्ट लाइव :कोरोना टेस्टिंग को असामाजिक तत्वों ने कमाई का बड़ा जरिया बना लिया है.गुप्त सूचना के आधार पर पटना में जिला प्रशासन की टीम ने राजा बाजार के प्लाज्मा डायग्नोस्टिक में छापेमारी कर इस गैंग का पर्दाफाश कर दिया है.सेंटर द्वारा अवैध टेस्ट किये जाते थे और फर्जी रिपोर्ट जारी किये जाते थे लेकिन कोविड मानकों का पालन नहीं किया जाता था. जांच के बाद चार विभिन्न लैब की रिपोर्ट और पैसे का रसीद बरामद किया गया. जिन लैब के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं उनमें सरल पैथ लैब, जेनरल डायग्नोस्टिक इंटरनेशनल, हिंद लैब्स डायग्नोस्टिक सेंटर शामिल हैं. पुलिस ने कोरोना की फर्जी report बनानेवाले लैब मालिक समेत कर्मियों के खिलाफ शास्त्रीनगर थाने में मामला दर्ज (FIR) कर लिया है.
पुलिस के अनुसार कुछ दिनों पहले ही विमानपत्तन प्राधिकरण यानि एयरपोर्ट ऑथोरिटी (Patna Airport) ने फर्जी कोरोना जांच रिपोर्ट (Fake Corona Report) के सहारे हवाई यात्रा कर रहे यात्रियों की शिकायत जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह से की थी.एयरपोर्ट के अधिकारियों का यह कहना था कि हवाई यात्रा के दौरान लोग फर्जी आरटीपीसीआर परीक्षण रिपोर्ट साथ में लेकर आ रहे हैं. पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने पटना एयरपोर्ट पर फर्जी rt-pcr परीक्षण रिपोर्ट रैकेट की जांच हेतु जांच टीम का गठन किया. इसके बाद एक टीम का गठन किया गया. जांच टीम ने विभिन्न सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर प्लाज्मा डायग्नोस्टिक राजा बाजार में छापेमारी की. जांच के क्रम में पाया गया कि प्लाज्मा डायग्नोस्टिक क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत निबंधित नहीं है साथ ही डायग्नोस्टिक सेंटर की जांच में चार लैब का रिपोर्ट एवं पैसे का रसीद भी पाया गया.
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार सिंह के आवेदन के आधार पर शास्त्रीनगर थाने में प्लाज्मा डायग्नोस्टिक पिलर नंबर 83 के सामने राजा बाजार पटना के मालिक और कर्मियों के विरुद्ध फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज कराया गया है. उम्मीद है कि लैब संचालकों और कर्मियों की जल्द गिरफ्तारी भी होगी और एपिडेमिक एक्ट के तहत भी कठोर कार्रवाई की जाएगी.