CAA और NRC के खिलाफ राजद समर्थकों का उत्पाद, एक कानून के खिलाफ दूसरे की धज्जियां
सिटी पोस्ट लाइव : देश में एक कानून के खिलाफ दूसरे कानून की धज्जियां कैसे उड़ाई जाती है, इसका नमूना बिहार बंद में देखने को मिल रहा है. देश का कानून हर नागरिक को ये आजादी देता है कि आपको जो गलत लगे उसका विरोध करें. विरोध करें न कि लोगों को परेशान करें, उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाएं. लेकिन आज नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ बुलाए गए बिहार बंद के दौरान सारे कानून को ताक पर रख राजद समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया. राजधानी में सुबह से बंद समर्थकों ने जमकर उत्पात मचाया. मीठापुर बस स्टैंड से लेकर करबिगहिया इलाके और पटना जंक्शन तक बंद समर्थकों ने हंगामा और तोड़फोड़ किया.
हाथों में डंडे लिए बंद समर्थकों ने मीठापुर बस स्टैंड के बाहर खड़ी बसों में तोड़फोड़ की. इस दौरान बसों में बैठे यात्रियों को बस से उतार दिया गया. इस वजह से बस स्टैंड पर बसों का परिचालन पूरी तरह ठप है. राहगीरों को इससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रदर्शनकारियों ने वहां पटना पुलिस के लगाए बैरिकेटिंग बोर्ड्स को भी नहीं बख्शा. हंगामा कर रहे बंद समर्थकों को पुलिस ने जब खदेड़ा तब वो पटना जंक्शन एरिया में घुस गए. पटना पुलिस यहां भी बंद समर्थको का पीछा करते-करते आ पहुंची.
रेल पुलिस ने बंद समर्थकों को पकड़ा. इस दौरान पटना पुलिस ने उन्हें अपने कब्जे में लेना चाहा तो दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक हो गई. वहीं, आरजेडी कार्यकर्ताओं ने पटना सिटी के कुम्हरार गुमटी के पास रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया. सैकड़ों की संख्या में बंद समर्थकों ने रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कई कार्यकर्ता रेलवे ट्रैक पर लेट गए और उन्होंने अपना आक्रोश प्रकट किया. जाहिर है बिहार में बंद को लेकर राजद ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए एडवाइजरी जारी की थी. जिसमें लोगों को तंग करना, तोड़फोड़, यात्रियों को परेशान करना और मरोजों अस्पतालों के लोगों को बक्शा जाए. लेकिन उन एडवाइजरी को भी समर्थकों ने दरकिनार कर दिया है.