सिटी पोस्ट लाइव : बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो गया है. यह सत्र तीन दिसंबर तक चलेगा. आज सत्र के पहले दिन सत्र की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. जैसा अनुमान लगाया गया था कि यह शीतकालीन सत्र हंगामेदार रहेगा उसका नजारा देखने को भी मिल गया. आज पहले दिन विपक्षी विधायक सरकार को महंगाई, खाद की किल्लत, शराबबंदी अभियान सहित कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी के साथ पहुंचे थे. हाथ में बैनर और तख्तियां लेेकर आए विधायकों ने विधानसभा के सामने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
वहीं महापुरुषों को नमन करने और दिवंगतों को श्रद्धांंजलि देने के बाद शीतकालीन सत्र की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई. इस बार विपक्ष में विखराव जरुर है लेकिन सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. भले विधानसभा के उपचुनाव में महागठबंधन के कांग्रेस और राजद के बीच बात नहीं बनी और दोनों अलग हो गए. लेकिन दोनों विरोधियों के मुद्दे एक ही हैं. इस सत्र में विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार, नीति आयोग की रिपोर्ट, टेंडर घोटाले, लॉ एंड ऑर्डर समेत कई अहम मुद्दे हैं, जिनको लेकर विपक्ष सरकार पर दबाव बना सकता है. वहीं, शीतकालीन सत्र में बिहार निजी विश्वविद्यालय, दाखिल-खारिज संशोधन विधेयक और बिहार तकनीकी सेवा आयोग संशोधन विधेयक पेश किए जाएंगे.
बता दें सत्र के पहले ही दिन महापुरुषों को नमन और दिवंगतों को श्रद्धांंजलि देने के अलावा वित्तीय वर्ष 2021-22 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरण भी पेश किया गया. जबकि विधानसभा में 30 नवम्बर और 1 दिसम्बर को ये राजकीय विधेयक पेश होंगे. 2 दिसम्बर को द्वितीय अनुपूरक पर वाद-विवाद के बाद मुहर लगेगी. अंतिम दिन 3 दिसम्बर को गैर सरकारी संकल्प पेश होंगे. सत्र के दौरान दोनों ही सदनों में सदस्यों द्वारा जनता से जुड़े सवाल पूछे जायेंगे, जिनका सरकार उत्तर देगी.