गंगा घाटों पर चल रही है छठ पूजा की तैयारी, जलस्तर बढ़ने से घाटों पर काम बाधित

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सिटी पोस्ट लाइव : गंगा घाटों पर छठ पूजा की तैयारी चल रही है.गंगा घाटों की साफ़ सफाई का काम शुरू हो गया है. लेकिन लगातार गंगा के जल स्तर में होनेवाली बढ़ोतरी की वजह से परेशानी हो रही है. गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अगले 72 घंटे तक और भी बढ़ने का अनुमान है. राजापुर पुल और कलेक्ट्रेट के चिह्नित घाट पर रविवार को पानी आया था, सोमवार को महेंद्रू घाट, बांसघाट और एलसीटी घाट पर भी ऐसा ही संकट आ गया. सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी और नगर आयुक्त के निरीक्षण के बाद कलेक्ट्रेट और महेंद्रू घाट तक पहुंचने के लिए पीपा पुल बनाने का फैसला लिया गया. बांसघाट और एलसीटी घाट को लेकर ऐसा निर्णय दो दिन की स्थिति देखकर होगा कि वहां छठ कराना खतरनाक तो नहीं होगा. राजापुर पुल का घाट खिसककर अशोक राजपथ से कितना करीब आएगा, यह अभी गंगा के जलस्तर पर निर्भर करेगा.

घाट तक पहुंचाने के लिए गंगा पाथवे प्रोजेक्ट के अस्थायी पुल-रास्ता को दुरुस्त कराने का निर्देश दिया गया है. इसी महीने 9 तारीख को खतरे के निशान से नीचे उतरी गंगा पिछले तीन दिनों की वृद्धि के बाद अब इससे मात्र 112 सेंटीमीटर दूर है. पिछले 24 घंटे में दीघा घाट पर 15 सेमी और गांधी घाट पर 5 सेमी जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है. अभी प्रयाग की ओर से पानी आना तय है, इसलिए 72 घंटे हालत में सुधार के आसार नहीं।गंगा को करीब लाने के लिए खोदे गए गंगा चैनल में पानी घुस चुका है. दियारा स्थित गंगा के महेंद्रू, क्लेक्ट्रेट, बांसघाट और एलसीटी घाटों तक अशोक राजपथ से पहुंचने के लिए गंगा चैनल को पार करना होता है. सोमवार को निरीक्षण के दौरान प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल, डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने कलेक्ट्रेट घाट और महेंद्रू घाट पर पीपापुल के माध्यम से गंगा चैनल को पार करने के लिए रास्ता बनाने का निर्णय लिया.

पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने छठ महापर्व की तैयारी को लेकर सोमवार को महेन्द्रू, कलेक्ट्रेट, राजापुर पुल सहित आधा दर्जन कई घाटों का जायजा लिया. मंत्री ने निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों को सारी सुविधाओं को फुल प्रूफ बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जलस्तर बढ़ने से जिस घाट पर अस्थाई पथ निर्माण नहीं हो सकेगा, उस जगह पर पीपापुल बनाया जाएगा.दीघा घाट, जनार्दन घाट, पाटीपुल घाट, 93 घाट, कुर्जी घाट पर अशोक राजपथ से जाने का रास्ता है. पाटीपुल घाट पर पानी की धारा अभी तेज है, इसलिए अगले 15 दिनों में जलस्तर में कमी पर सबकुछ निर्भर करेगा. सबसे बेहतर घाट 93 नंबर है. कुर्जी के पास गंगा चैनल को मिट्‌टी भरकर आने-जाने का रास्ता बनाया गया है. घाट तक गाड़ियां पहुंच रही हैं. इधर, काली घाट से रिवर फ्रंट के घाटों तक गंगा की धारा बह रही है. इस समय इन घाटों पर परेशानी नहीं है.

गंगा पार भी छठ व्रतियों के लिए विशेष रूप से घाट बनाने पर एक हफ्ते बाद निर्णय लिया जा सकता है. कोरोना में भीड़ की आशंका को देखते हुए लोगों से अपील की गई है कि ज्यादातर लोग घर पर ही छठ करें. उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि शहर के अंदर ज्यादा से ज्यादा तालाबों को छठ महापर्व के लिए तैयार कराएं. कृत्रिम तालाब की खुदाई भी कराएं.

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