शिवसेना समर्थन की चिट्ठी नहीं कर पाई पेश, महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के आसार.
सिटी पोस्ट लाइव : महाराष्ट्र में नई सरकार को लेकर सस्पेंस बढ़ गया है. शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे की अगुआई में आज शाम में गवर्नर से मिले पर सरकार बनाने का दावा पेश नहीं कर सके.शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने की इच्छा जताई है. शिवसेना ने 2 दिनों का वक्त मांगा था लेकिन गवर्नर ने समय नहीं दिया. ऐसे में राजनीतिक संकट की स्थिति बन गई है. उधर, कांग्रेसऔरएनसीपीकी ताबड़तोड़ बैठकों के बाद भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है.
पहले खबर आ रही थी कि कांग्रेस नेएनसीपीचीफ शरद पवार से बात कर शिवसेना को समर्थन देने का मन बना लिया है. लेकिन शाम करीब साढ़े सात बजे कांग्रेस ने बयान जारी कर पेच फंसा दिया. कांग्रेस ने कहा है कि वह इस मामले में एनसीपी के साथ और चर्चा करना चाहती है. ऐसे में अब तक साफ नहीं हो पाया है कि कांग्रेस शिवसेना का समर्थन करेगी या नहीं.
महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे और विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे ने सोमवार शाम राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. मुलाकात के बाद आदित्य ने कहा- हमने राज्यपाल से सरकार गठन के लिए 2 दिन का समय मांगा था, लेकिन उन्होंने हमें यह वक्त नहीं दिया। हालांकि, हमारा सरकार बनाने का दावा अभी खारिज नहीं हुआ है.
राज्यपाल से मुलाकात के बाद शिवसेना नेताआदित्य ठाकरेने कहा, हमने राज्यपाल से कहा कि शिवसेना सरकार बनाने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से 2 दिन का वक्त मांगा था, लेकिन वो देने से इनकार कर दिया है. ठाकरे ने कहा कि बाकी पार्टियों से शिवसेना की बातचीत चल रही है, लेकिन उनका पत्र हासिल करने में वक्त लग रहा है, ऐसे में हमें समय दिया जाए, हालांकि राज्यपाल ने शिवसेना को समय देने से वक्त देने से मना कर दिया है.जाहिर है महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की संभावना बढ़ गई है.