राम मंदिर पर केंद्र सरकार की अर्जी को लेकर बिहार में भी जारी है सियासत
सिटी पोस्ट लाइव : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर केंद्र की अर्जी को लेकर बिहार की राजनीति भी गरमा गई है. BJP का कहना है कि जन भावना का ध्यान रखते हुए उसने ऐसा किया है .लेकिन कांग्रेस पार्टी इसे पूरी तरह से चुनावी स्टंट बता रही है. वहीं एलजेपी और जेडीयू इस मसले पर खुलकर बोलने से बच रही है.आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी फाइल करते हुए कहा कि विवादित जमीन को छोड़कर बाकी हिस्से पर राम मंदिर निर्माण का आदेश दे दिया जाए. जब विवादित जमीन के मामले पर आदेश आएगा तो उस आदेश के मुताबिक काम किया जाएगा.
दरअसल विवादित जमीन मात्र 2.5 एकड़ है और उसके आस-पास 67 एकड़ जमीन है, जिसपर मालिकाना हक उत्तर प्रदेश सरकार का है. इसी जमीन पर केंद्र सरकार ने निर्माण का आदेश मांगा है. कांग्रेस के नेता प्रेमचंद मिश्रा ने इसे चुनावी स्टंट करार दिया और कहा कि बीजेपी ने फिर से एक बार राम के नाम पर पाखंड शुरू कर दिया है.जबकि बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने इसे जनमानस की भावनाओं का खयाल रखने वाला करार दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इसपर बोलने का हक नहीं है. क्योंकि उन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा कर दिया था. साथ ही राम सेतु को तोड़ने की भी तैयारी कर रही थी. उन्होंने कहा कि बीजेपी जनभावना को लेकर चलती है.
केंद्र सरकार के सुप्रीम कोर्ट में दिए इस अर्जी के बाद एनडीए के घटक दल खुल कर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि पहले दिल्ली जाकर इस मामले को समझूंगा. वहीं जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मान्य होगा.