सिटी पोस्ट लाइव : छपरा जिले में हुई जहरीली शराब कांड ने बिहार सरकार की नींद उड़ा दी है.ये कांड तब हुआ है जब विधान सभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है.जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर विपक्ष सदन में जमकर हंगामा कर रहा है.आज सत्र के तीसरे दिन भी सदन में शराबकांड को लेकर बवाल होना तय है.विपक्ष के हंगामे को लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नाराज दिखे. उन्होंने विपक्ष पर सवाल दागा कि जब भाजपा सत्ता में थी तब कितने लोगों की मौत हुई? तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि भाजपा के लोगों को आज याद आ रहा है कि जहरीली शराब से लोगों की मौत हो रही है. भाजपा यह बताए कि उनके शासनकाल में जहरीली शराब से कितने लोगों की मौत हुई? तब भाजपा के लोग मौन धारण किए हुए थे. भाजपा के मंत्री के घर से शराब पकड़ी गई थी.
तेजस्वी ने कहा कि जब शराबबंदी नहीं थी तब भी जहरीली शराब से मौत होती थी. यह सच्चाई है. भाजपा बिहार में 15 सालों तक काबिज रही है, उन्होंने तब क्या किया? हमसे अधिक तो सत्ता में वे लोग रहे हैं. भाजपा के लोग सदन में जनता के मुद्दे को नहीं उठाकर केवल हंगामा कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि सदन केवल पांच दिनों का है. सत्र अब केवल तीन दिन का शेष है. भाजपा के लोग नहीं चाहते कि जनता के मुद्दे को उठाया जाए. असल में भाजपा के लोग यह जान रहे हैं कि महागठबंधन की सरकार अपने कमिटमेंट को पूरा कर रही है. सदन की जो कार्यमंत्रणा समिति है उसमें इसकी चर्चा करते हैं.
सारण में जहरीली शराब से मौत को लेकर पूछे गए सवाल पर मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. अभी तक तीन गिरफ्तारी हुई हैं. प्राथमिकी भी दर्ज की जा रही है. विधानसभा परिसर में पत्रकारों के सवाल पर मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों ने भी कानून बनाया.उन्होंने कहा कि आईपीसी की धारा बनाई फिर भी अपराध हो ही रहे हैं. तमिलनाडु, कनार्टक, उत्तर प्रदेश जैसे राज्य जहां शराबबंदी नहीं है, वहां भी जहरीली शराब से मौत होती है. शराबबंदी को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है.