सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के मोतिहारी जिले में प्लास्टिक के चावल का मामला सामने आया है. जिसके बाद इलाके में हडकंप मचा हुआ है. इसका सीधा आरोप सरकार पर ही लगाया जा रहा. जानकारी अनुसार कोटा से मिलने वाले चावल में प्लास्टिक के भी चावल मिले हुए हैं. एक राशन दुकानदार विश्वनाथ चौधरी ने बताया कि उन्हें ये चावल एसएफसी के तरफ से आया है और इसी को वे बांट रहे हैं.
मामले की गम्भीरता को देखते हुए जिले के जिलाधिकारी शिर्षत कपिल अशोक ने बताया कि ऐसी सूचना उन्हें चकिया सहित अन्य जगहों से भी मिली है और मेहसी से भी आज इस बात की जानकारी मिल रही है. इस अनाज का वितरण एसएफसी के माध्यम से किया जाता है और इसके नोडल पदाधिकारी वहां के एसडीओ व अन्य अधिकारी होते है. उन्हीं की देख रेख में राशन का वितरण किया जाता है.
इसलिए उन्होंने त्वरित इस मामले को अपने संज्ञान में लेते हुए चकिया एसडीएम को इसकी सूक्ष्म जांच करने व दोषियों पर कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया है. बता दें कि अधिकारियों व कालाबाज़ारियों की सांठगांठ से लाखों लाख का बंदरबांट किया जाता है खास कर अनाज वितरण में ये अधिक देखने को मिलता है. जिले में अनाज वितरण में काला बाजरियों का एक बड़ा नेटवर्क चलता है और अधिकारियों को भी इसके लिए एक मोटी रकम दी जाती है. ऐसे में इसकी जांच उच्च स्तरीय होनी चाहिए. ताकि इस तरह का खिलवाड़ गरीबों के साथ न हो.