14 महीनों में सिर्फ 23 ट्वीट करने वाले PK ने 5 दिनों में सीएबी और एनआरसी पर खर्च किया 5 ट्वीट
सिटी पोस्ट लाइवः नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर जेडीयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अपने स्टैंड से पीछे हटने को तैयार नहीं है। एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून पर उनका विरोध कितना ठोस है उसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ‘पीके’ ने 14 महीनों में सिर्फ 23 ट्वीट किये हैं और इन 23 में 5 ट्वीट उन्होंने अकेले हाल के पांच दिनों में सीएबी और एनआरसी को लेकर किये हैं।
पीके इन दोनों चीजों का लगातार विरोध कर रहे हैं और सीएबी को लेकर तो पीके अपनी हीं पार्टी के खिलाफ खड़े हो गये। जेडीयू ने इस बिल का समर्थन किया और प्रशांत किशोर ने अपनी हीं पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। पीके ने जिस तरह से एनआरसी और सीएबी को लेकर ताबड़तोड़ ट्वीट किया है उससे यह बात साफ हो गया है कि अपने स्टैंड से वे पीछे नहीं हटने वाले और उनका विरोध इन मुद्दों को लेकर जारी रहेगा।
आपको बता दें कि ‘पीके’ का एक ताजा ट्वीट सामने आया है जिसमें उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून की तुलना नोटबंदी से की है प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा है-‘नागरिकता संशोधन कानून नोटबंदी की तरह है। जिस तरह से नोटबंदी में सबसे ज्यादा गरीब लोग परेशान हुए थे उन्हें अपने पैसे का सबूत देना पड़ा था उसी तरह नागरिकता संशोधन कानून की वजह से सबसे ज्यादा गरीब लोग हीं परेशान होंगे और उन्हें नागरिक होने का सबूत देना पड़ेगा।