सिटी पोस्ट लाइव : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देश के आम लोगों की बिल्कुल भी चिंता नहीं है. उन्हें सिर्फ अंबानी और अडानी से मतलब है. आज हजारों किसान दिल्ली बॉर्डर पर अपने अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ हैं लेकिन केंद्र सरकार कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. उक्त बातें जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय पप्पू यादव ने कही. वे बड़ी पहाड़ी, बाईपास, पटना में पार्टी के अनिश्चितकालीन धरने के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थें.
आपको बता दें कि जाप किसानों के समर्थन में तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर बैठी हुई है. गुरुवार को पप्पू यादव समेत पार्टी के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गोभी, पालक जैसे सब्जियों, प्याज और धान के साथ प्रदर्शन किया. पप्पू यादव ने कहा कि मोदी सरकार मजदूर, छात्र, गरीब, दलित और किसान विरोधी है. कल पंजाब के एक संत ने किसानों की बुरी स्थिति देखकर अपने आप को गोली मार ली. अगर ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में कई और किसान दम तोड़ देंगे. सरकार ने किसानों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है.
आगे उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को उग्रवादी और आतंकवादी कहना बंद करें. आज पूरी दुनिया देख रही है कि कैसे भारत का हमारा प्रधानमंत्री पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली है. अनिश्चितकालीन धरना के बारे में जाप अध्यक्ष ने कहा कि अब हम या तो लड़ेंगे या मरेंगे. यह जंग हम बिहार के किसानों की आवाज बन कर जीतेंगे. जब तक ये काले कानून वापस नहीं लिए जाएंगे तब तक हमारे पार्टी का हर नेता और कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन धरने पर बैठा रहेगा.
पप्पू यादव ने सुझाव दिया कि किसान और सरकार के प्रतिनिधियों की एक कमिटी बने और वो किसानों के हितों में सारे फैसले लें. इस दौरान पार्टी के नेताओं ने एमएसपी पर कानून बनाना होगा, लाठी-डंडे की सरकार नहीं चलेगी, किसानों पर जुल्म करना बंद करो जैसे नारे लगाए गए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि वे 2006 का किसान विरोधी कानून ख़त्म करें और बिहार में मंडी सिस्टम लागू करें. इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू सहित पार्टी के तमाम पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहें.