लोगों ने गली मोहल्लों में खुद से बैरिकेडिंग कर बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगायी रोक

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लोगों ने गली मोहल्लों में खुद से बैरिकेडिंग कर बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगायी रोक

सिटी पोस्ट लाइव, रांची: रांची में करोना का एक पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद राजधानी में अन्य दिनों की अपेक्षा गुरुवार को सड़कों और बाजारों मेंं बेहद कम लोग नजर आए। हालांकि रांची के आसपास के क्षेत्रों में सब्जी बाजार में सुबह लोगों की भीड़ दिखी ।लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद लोग अपने-अपने घरों में चले गए। रांची के आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने गली मोहल्लों में खुद से बैरिकेडिंग कर बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। रामनवमी के मौके पर मंदिरों में श्रद्धालु भी सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए देखे गए। महावीरी पताका की बिक्री भी बेहद कम हो गयी। पुलिस लॉक डाउन को सख्ती से लागू कराने में जुटी है सड़कों पर निकलने वाले लोगों को गुरुवार को भी समझा कर घर वापस भेजा जा रहा है , जो घर वापस लौटने को तैयार नहीं  है, उन्हें फटकार लगा कर घर भेजा जा गया। हिन्दपीढ़ी के नाला रोड से कोरोनावायरस मरीज के मिलने के बाद पूरा शहर अलर्ट हो गया है। कोकर, लालपुर ,हरमू ,कडरू किशोरगंज, पुरानी रांची ,खेत मोहल्ला, बरियातू सहित अन्य मोहल्ले के युवा शिफ्ट में बैरिकेडिंग स्थल पर पहरा देने बैठ गए हैं, ताकि ना तो कोई बाहर का अंदर जा सके और ना ही अंदर का बाहर जा सकें।
हिंदीपीढ़ी में लोगों की स्क्रीनिंग करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को खदेड़ा
हिंदी पीढ़ी के नाला रोड में करो ना पॉजिटिव महिला के मिलने के बाद से ही जिला प्रशासन सख्त नजर आ रही है। जिस घर से महिला मिली थी उसके आसपास के सभी घरों में रहने वालों के स्वास्थ्य की जांच के लिए जिला प्रशासन ने एक सौ हेल्थ कर्मचारियों की टीम बनाई है। यह टीम गुरुवार को हिंदपीढ़ी क्षेत्र में लोगों के स्वास्थ्य की जांच करने पहुंची लेकिन स्थानीय लोगों ने इसका भारी विरोध कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी लोगों को समझा बुझा रहे थे।
लॉक डाउन की सख्ती से लोगों में बढ़ी परेशानी
 रांची में कोरोना संक्रमण का एक मामला सामने आने के बाद अब पुलिस ने लोक डाउन की शक्ति बढ़ा दी है। इसे कई लोगों को परेशानी बढ़ गई है। अभी तक लॉक डाउन में रियायत की उम्मीद कर रहे लोगों को अब लगने लगा है कि लॉक डाउन की अवधि बढ़ सकती है, पुलिस भी अब और सख्त होगी। लोगों का घरों से निकलना और मुश्किल हो सकता है। ऐसे में रोज कमा कर खाने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है। वहीं कोई इलाज नहीं करा पाने के कारण परेशान हैं, तो कई लोग अपने से दूर हो गए हैं ।वह अब ना उनके पास जा पा रहे हैं और ना ही उन्हें वापस बुला पा रहे हैं ।इसके साथ ही रोजमर्रा की चीजें जैसे दूध, सब्जी, गैस, राशन आदि नहीं मिलने से भी लोग परेशान हैं।
लगातार पुलिस कर रही है सहयोग
गरीब और लाचार लोगों को पुलिस थानों में बने सामुदायिक रसोई केंद्र में भोजन करा रही है। इसके अलावा सामाजिक संगठन धार्मिक संगठन और राजनीतिक संगठनों के लोग गरीब लोगों को भोजन और अनाज मुहैया करा रहे हैं।

 

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