सिटी पोस्ट लाइव : अब रेलवे 1 जून से कई नई ट्रेनों की शुरुवात करने जा रहा है.लेकिन सच्चाई ये है कि संक्रमण के डर से बिहार से चलने वाली 22 ट्रेनों के लिए भी यात्री नहीं मिल रहे हैं. अबतक सिर्फ 15% टिकट की बुकिंग हुआ है. 1 जून से बिहार से 22 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन होने वाला है. पूर्व-मध्य रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार का कहना है कि 4 लाख 62 हज़ार बर्थ मे अबतक सिर्फ़ 60 हज़ार के आस पास बर्थ की बुकिंग हो पाई है.पटना. भारतीय रेलवे (Indian Railway) 1 जून से देश भर में दो सौ यात्री ट्रेनों का परिचालन शुरू करने जा रहा है, जिसमें से 22 जोड़ी ट्रेनें बिहार से चलेंगी. इन ट्रेनों के लिए 22 मई से टिकटों का आरक्षण (Train Ticket Booking) भी शुरू हो चुका है. लेकिन कोरोना (Coronavirus) के डर के कारण इन ट्रेनों में अबतक पंद्रह प्रतिशत टिकट ही बुक हो पाए हैं. लोग कोरोना के डर से सफ़र करने से बच रहे हैं और इसका सीधा नुकसान रेलवे को हो रहा है.
बिहार के बाहर से लाखों श्रमिक बिहार आ रहे हैं. श्रमिकों को बिहार लाने में ट्रेनें कम पड़ रही हैं, लेकिन श्रमिकों की तादाद ख़त्म नहीं हो रही. दूसरी तरफ़ 1 जून से शुरू हो रही यात्री ट्रेनों में टिकट के ख़रीदार नहीं मिल रहे हैं. दरअसल 1 जून से जो 22 ट्रेनें बिहार से चलने वाली हैं. लेकिन उसके टिकटों की बिक्री पर कोरोना का ग्रहण लगा हुआ है. रेलवे के अधिकारी का कहना है कि इन बाईस ट्रेनों में रेलवे 4 लाख 62 हज़ार बर्थ की बुकिंग कर रहा है, लेकिन अबतक सिर्फ़ 15 प्रतिशत बर्थ ही बुक हो पाई हैं. रेलवे के सीपीआरओ राजेश कुमार का कहना है कि 4 लाख 62 हज़ार बर्थ मे अबतक सिर्फ़ 60 हज़ार के आसपास बर्थ की बुकिंग हो पाई है.
रेलवे के अधिकारी के बयान से ये साफ़ ज़ाहिर है की लोग कोरोना के डर से बहुत ज़रूरत परने पर हीं यात्रा कर रहे है. इसकी तस्वीर रेलवे रिज़र्वेशन काउंटरों पर भी दिख रही है. टिकट कटाने वालों की संख्या ना के बराबर है. टिकट केंसिल कराने वालों की भरमार है. लोगों का कहना है कि हमलोगों ने बच्चों की गर्मी की छुट्टी को देखते हुए बाहर घूमने का टिकट लिया था. लेकिन अब कोरोना के चलते बाहर जाना मुमकिन नहीं है इस वजह से हम टिकट का रीफ़ंड लेने आए हैं.
जिस हिसाब से इन 22 ट्रेनों में टिकट बुकिंग़ की रफ्तार है रेलवे को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है. रेलवे ने जब यात्री ट्रेनें शुरू करने का ऐलान किया था तब ये माना जा रहा था कि इन ट्रेनों में टिकट मिलना काफ़ी कठिन होगा. लेकिन जिस तरह से इन ट्रेनों में बुकिंग की रफ्तार से यही लगता है कि लोगों की यात्रा पर कोरोना का डर भारी पड़ रहा है.