सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में दो दिनों की बारिश से पटना की जहरीली हवा से लोगों को थोड़ी राहत मिल गई है. हवा में घुलता प्रदूषण का जहर दो दिन की बारिश में ही धुल गया है. दो दिन पहले पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 320 (यानी बहुत ही खराब था) था, जो अब 80 पर पहुंच गया है, लेकिन बारिश के थमते ही फिर हवा जहरीली होने लगी है. रात में बारिश बंद हुई तो सुबह पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 80 से 100 पहुंच गया। प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड और मौसम विभाग ने खराब एयर क्वालिटी इंडेक्स को सेहत के लिए काफी घातक बताया है.
पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 320 पहुंच गया था, जो सेहत के लिए काफी खराब है. इससे सांस के रोगियों को काफी परेशानी होती है. एक्सपर्ट का कहना है कि जब हवा में प्रदूषण का जहर घुल जाता है तो यह काफी जहरीली हो जाती है. सांस के रोगियों के साथ यह सामान्य लोगों के लिए भी काफी खतरनाक हो जाती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. पटना सहित राज्य के 38 जिलों में हो रही दो दिनों से लगातार बारिश के बाद ही एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधरा है इससे सांस के रोगियों के साथ सामान्य लोगों को राहत मिली है.
इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के चेस्ट रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मनीष शंकर का कहना है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स जब भी काफी खराब होता है मरीजों की संख्या 15 से 20 प्रतिशत बढ़ जाती है. कोरोना काल में एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब होने के कारण मरीजों में कोरोना का संदेह भी बढ़ जाता है. कोरोना के कंफ्यूजन वाला मामला चेस्ट इंफेक्शन के कारण बढ़ जाता है. ऐसे में सामान्य लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है. चेस्ट इंफेक्शन के कारण दमा के रोगियों को काफी परेशानी होती है. कोरोना से जो लोग उबर भी गए हैं, उनके लिए भी हवा में घुलता जहर काफी खराब हो गया है.