सिटी पोस्ट लाइव : बिहार की राजधानी पटना में डीजल वाले रिक्शा चलानेवाले लोगों के लिए एक बड़ी राहतवाली खबर है.अब अगले 6 महीने तक वो डीजल वाले रिक्शा चला पायेगें. गौरतलब है कि कैबिनेट ने सात नवंबर 2019 को सबसे पहले पटना नगर निगम क्षेत्र में 31 जनवरी 2021 से तथा दानापुर खगौल व फुलवारीशरीफ नगर परिषद में 31 मार्च 2021 की मध्य रात्रि के बाद डीजल ऑटो को चलाए जाने पर रोक लगा देने का फैसला लिया था. पटना में शुक्रवार यानी एक अक्टूबर से डीजल आटो के परिचालन पर रोक लगनी थी. प्रदूषण नियंत्रण को लेकर राज्य सरकार के स्तर पर यह फैसला हुआ था, मगर अब इसकी मियाद बढ़ा दी गई है.
शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में डीजल आटो का परिचालन बंद करने की समय-सीमा छह माह तक बढ़ा दी गई है. शहरी क्षेत्र में डीजल आटो परिचालन पर अब अगले 6 महीने तक रोक नहीं लगेगी.सूत्रों के अनुसार शहर में सीएनजी फिलिंग स्टेशन की उपलब्धता अभी भी पर्याप्त नहीं है और वाहनों को इंतजार करना पड़ता है.इसी बात को ध्यान में रखते हुए ये मियाद बधाई गई है.01 अक्टूबर से पहले सभी डीजल व पेट्रोल से चलने वाले आटो को सीएनजी में बदलना था. आटो में सीएनजी किट लगाए जाने पर विभाग अनुदान भी दे रहा है. इसके बाद हुए लाकडाउन और फिर चुनाव के कारण डीजल आटो को सीएनजी में बदलने की प्रक्रिया सुचारू नहीं हो पाई.
गौरतलब है कि सबसे पहले 31 जनवरी तक डीजल रिक्शा बंद करने का आदेश था जिसे बढाकर 30 सितंबर किया गया था.अब इसे अगले और 6 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है.इस फैसले से दस हजार से ज्यादा डीजल ऑटो चालकों को राहत मिली है.राजधानी में 15 हजार से अधिक डीजल से चलने वाले आटो हैं, मगर अभी तक महज चार से पांच हजार आटो ही सीएनजी किट लगाकर बदले गए हैं. आटो चालक संघ का कहना है कि बाजार में सीएनजी किट की भी कमी है। ऐसे में विभाग को और समय देना चाहिए। इससे जुड़ा प्रस्ताव भी विभाग को दिया गया है.