शव की शिनाख्त किये बिना हीं पटना पुलिस ने कर दिया था दाह संस्कार, परिजनों ने बिना शव के निकाली अर्थी
सिटी पोस्ट लाइवः पुलिस की एक गलती की वजह से एक परिवार को बिना शव के अर्थी निकालनी पड़ी है और प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार करना पड़ा। दरअसल बुधवार को एक खबर आयी थी कि एक लापता पुलिसकर्मी की शव की शिनाख्त किये बिना हीं पटना पुलिस ने लावारिस समझकर उसका दाह संस्कार कर दिया। मृतक अशोक पासवान 45 वर्ष के थे और पटना पुलिस लाइन में तैनात थे। पुलिस ने उनके शव को लावारिस समझकर उनका दाह संस्कार कर दिया इस वजह से उनके परिवार को मृतक पुलिस जवान का अंतिम दर्शन भी नहीं हो सकता लिहाजा हिन्दु मान्यताओं के अनुसार उनके परिजनों ने बिना शव के हीं उनकी अर्थी निकाली और प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार किया।
दरअसल परिजनों ने मृतक अशोक पासवान का शव नहीं मिलने के बावजूद हिन्दू रीति-रिवाज के मुताबिक अंतिम संस्कार का निर्णय किया. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मृत शरीर के बदले श्कुशश् और मिट्टी के बर्तन को ही अर्थी पर रखा गया. परिजनों ने आंसू बहाए और मृतक सिपाही की पत्नी के हाथों की चूड़ियां तोड़ी गईं और मांग से सिंदूर मिटाने की रस्म अदा की गई. इसके बाद विधिवत अंतिम संस्कार भी किया गया.