सिटी पोस्ट लाइव : भारत सरकार के केंद्रीय खाद्य, आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) ने बिहार (Bihar) में बाढ़ (Flood) के हालात को लेकर चिंता व्यक्त की है. पासवान ने कहा है कि इस वक्त बिहार में कोरोना (Corona) और बाढ़ का कहर जारी है. बिहार के लोगों पर इस वक्त दोहरी मार (double hit) पड़ी है. केंद्रीय मंत्री ने भरोसा दिलाया कि बिहार के लोगों के लिए राशन की कमी नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने साफ किया कि हमारे पास अनाज की कमी नहीं है. हालाकि, उन्होंने राशन के वितरण की जिम्मेदारी राज्य सरकार पर छोड़ दी है.
रामविलास पासवान ने कहा कि यह राज्य सरकार के ऊपर है कि वह कितना अनाज उठाती है और क्या करती है ? लेकिन, उन्होंने अपनी तरफ से बिहार सरकार को सुझाव दिया कि एक ही बार में अगर दो से तीन महीने का राशन दे दिया जाए तो बाढ़ प्रभावित लोगों को इससे काफी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित व्यक्ति अगर राहत शिविर में या फिर कहीं और सुरक्षित स्थान तक जाएगा तो उसका फायदा उसे मिलेगा.
पासवान ने कहा है कि बिहार के अलावा असम और कई दूसरे राज्यों में बाढ़ से जनजीवन त्रस्त है. भारी बारिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है. ऐसे में बहुत बड़ी तादाद में लोग विस्थापित हो रहे हैं. उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. ऐसे में केंद्र की तरफ से कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान शुरू की गई फ्री अनाज की सुविधा वरदान साबित हो सकती है
गौरतलब है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत पहले से ही देश के 80 करोड़ के करीब लोगों को 2 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से गेहूं और 3 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से चावल दिया जाता रहा है. इस तरह पांच किलोग्राम अनाज गरीब तबके को पहले से दिया जाता रहा है. लेकिन, लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत इन सभी 80 करोड़ लोगों को अलग से पांच किलोग्राम अनाज फ्री में दिया जा रहा है. पहले तीन महीने का ऐलान किया गया था. लेकिन अब इसे बढ़ाकर महापर्व छठ तक यानी नवंबर तक कर दिया गया है. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान चाहते हैं कि दो से तीन महीने का पूरा अनाज बिहार सरकार एक साथ इन लोगों को दे दे, जिससे कोरोना और बाढ़ की दोहरी मार के दौरान बिहार के लोगों को राहत मिल सके.