‘पारस’ ने किया नामांकन, चिराग बोले-‘मुश्किल है हाजीपुर की लड़ाई’
सिटी पोस्ट लाइवः लोजपा सुप्रीमो रामविला पासवान कई दशकों तक हाजीपुर से चुनाव लड़ते रहे और जीतते रहे अपवाद छोड़ दें तो वे कभी नहीं हारे लेकिन अब वे हाजीपुर से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं बल्कि उनकी जगह उनके भाई और लोजपा प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस हाजीपुर से चुनावी मैदान में हैं। पारस के कंधो पर रामविलास पासवान की पारंपरिक सीट बचाए रखने की जिम्मेवारी है। आज पशुपति पारस ने नामांकन दाखिल कर दिया है। मीडिया रिपोर्टस के हवाले से आ रही खबर के मुताबिक पारस के नामांकन मंे मौजूद रहे उनके भतीजे और लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि हाजीपुर की लड़ाई मुश्किल है लेकिन चाचा की जीत सुनिश्चित है।
सोमवार को उनके नामांकन में पूरा पासवान परिवार मौजूद था. खुद पारस के बड़े भाई रामविलास पासवान ने छोटे भाई को जीत का आशीर्वाद दिया तो पूरे परिवार ने भी भगवान की पूजा-अर्चना की.इस सीट को लेकर जब पार्टी के युवा चेहरे और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान से सवाल पूछा गया तो उन्होंने भी माना कि इस सीट से लड़ाई टफ है लेकिन लगे हाथों चिराग ने अपने चाचा की जीत को भी तय बताया.
चिराग ने माना कि हमारे लिए चुनौती बड़ी है लेकिन अपने चाचा की जीत के लिए मैं अपनी पूरी ताकत लगा दूंगा.पशुपति कुमार पारस ने भी माना कि हाजीपुर उनके लिए बड़ी चुनौती है लेकिन पारस ने ये भी दावा किया कि वो हर हाल में जीत हासिल करेंगे. पारस ने दावा किया कि वो हर हाल में जीत हासिल करेंगे लेकिन बड़े भाई का वर्ल्ड रिकार्ड कभी नहीं तोड़ेंगे. मालूम हो कि इस सीट से महागठबंधन ने बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम को अपना प्रत्याशी बनाया है.