भारतीय घरों तक हो चुकी है पाकिस्तानी घुसपैठ, अर्थ-व्यवस्था को ध्वस्त कर देने की शाजिश

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भारतीय घरों तक हो चुकी है पाकिस्तानी घुसपैठ, अर्थ-व्यवस्था को ध्वस्त कर देने की शाजिश

सिटी पोस्ट लाइव विशेष : पाकिस्तान की भारत के साथ भारतीय घरों तक हो चुकी है पाकिस्तानी घुसपैठ, अर्थ-व्यवस्था को ध्वस्त कर देने की शाजिश कभी ख़त्म नहीं होनेवाली .जो अदावत वेवजह हो ,जिसका एकमात्र कारण घृणा हो, भला वह कभी कह्तं थोड़े ही होती है. भारत-पाक बॉर्डर पर घुसपैठ की समस्या तो हमेशा बनी ही रहती है. लेकिन पाकिस्तानी घुसपैठ बिहार के हर घर घर तक हो चुकी है. जी हाँ, सीमा पर भारतीय सैनिकों से मुकाबला करने में अक्षम पाकिस्तान चोरी चुप्पे रूप बदलकर भारतीय घरों में भी घुसपैठ कर रहा है.

यह घुसपैठ वह वियतनामी काली मिर्च व गरम मसाले के रूप में कर रहा है.पाकिस्तान वियतनामी काली मिर्च ,गरम मसाला और मटर भारतीय बाजारों में भेंज कर हिन्दुस्तान के व्‍यवसायियों की कमर तोड़ने की योजना पर काम कर रहा है. और भारत सरकार बेखबर है-अनजान बनी हुई है.

सूत्रों के अनुसार तस्‍कर नेपाल के रास्ते बिहार में भारी पैमाने पर काली मिर्च, मटर, छोटी इलायची सहित अन्य उत्पाद पहुंचा रहे हैं. सीमा शुल्क एवं उत्पाद विभाग ने नेपाल और भारत में काली मिर्च की कीमतों में भारी अंतर को देखते हुए आयात शुल्क बढ़ाने के लिए दवाब देने का प्रस्ताव दिया है, ताकि भारतीय किसानों को इसकी वाजिब कीमत मिल सके. भारत में सरकार ने काली मिर्च का समर्थन मूल्य 500 रुपये प्रति किलो तय किया है. यहां काली मिर्च आयात पर समर्थन मूल्य पर 75 प्रतिशत शुल्क जोड़कर कीमत 930 रुपये प्रति किलो पड़ता है. पर तस्कर नेपाल से काली मिर्च पटना सिटी के मारूफगंज मंडी में ले आते हैं, जिसपर 350 रुपये प्रति किलो खर्च आता है.

तस्कर प्रति किलो करीब 150 रुपये के मुनाफे के चक्कर में ये सब कर रहे हैं. भारत और नेपाल के बीच काली मिर्च की कीमत में अंतर का फायदा उठाकर तस्कर भारतीय किसानों की कमर तोड़ने में जुटे हैं. केंद्रीय सीमा शुल्क एवं उत्पाद विभाग ने सितंबर में बिहार के अलग-अलग क्षेत्रों में तस्करी से लाए जा रहे करीब आठ करोड़ रुपये मूल्य के काली मिर्च और मटर को जब्त किया है. रेलवे पार्सल में छापेमारी कर करीब पांच करोड़ की काली मिर्च बरामद किया गया है. उनके बिहार में नेपाल के रास्‍ते पाकिस्तान, वियतनाम, ब्राजील से खाद्य सामग्री तस्करी के प्रमाण मिले हैं.

तस्करी पर लगाम लगाने के लिए सीमा शुल्क विभाग के दबाव में नेपाल ने जब से सुपारी पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई तब से तस्करी बंद हो गई. इसी तरह काली मिर्च पर इंपोर्ट ड्यूटी लगाने का प्रस्ताव भारत ने दिया है, ताकि भारतीय किसानों द्वारा उत्पादित मसालों को उचित मूल्य मिल सके.

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