सिटी पोस्ट लाइव : कोरोना महामारी (Corona) के लगातार बढ़ रहे खतरे के बीच बाहर से प्रदेश में आ रहे लोगों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. सरकार को संक्रमण बढ़ने का खतरा सता रहा है. बिहार सरकार (Government Of Bihar) ने केंद्र सरकार से बाहर से आने वाले लोगों के लिए अंतिम तारीख तय करने की मांग की है. रविवार को देश के गृह सचिव और दिल्ली के कैबिनेट सचिव ने बिहार के मुख्य सचिव से बातचीत की. वीडियो कांफ्रेंसिंग पर हुई इस बातचीत की जानकारी देते हुए गृह विभाग के अपर सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि सीमित संख्या में लोग आयें ये जरूरी है. इसके साथ ही बिहार के बाहर से आर रहे भारी संख्या में प्रवासी लोगों के लिए सरकार ने बिहार पुलिस को अलर्ट कर दिया है.
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि क्राइसिस मैनजमेंट ग्रुप की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार कई जिलों के बॉर्डर पर 3 से 5 हज़ार लोगों के लिए कैंप खोल दिया गया है. डीजीपी ने बताया कि सरकार द्वारा इस साम्बन्ध में लिया गया फैसला हर हाल में लागू किया जाएगा. इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने बताया कि राज्य सरकार ने बॉर्डर पर स्क्रीनिंग के लिए संबंधित डीएम को निर्देश दिया है. रविवार को पटना में ही प्रवासी मजदूरों के बिहार आने को लेकर उच्चस्तरीय मंत्रणा हुई. इस दौरान बिहार सरकार के अधिकारियों की दिल्ली सरकार के अधिकारियों से बातचीत हुई. बिहार ने दिल्ली को हालात से अवगत कराया.
गृह विभाग के अपर सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि प्रवासी लोगों को हर हाल में बॉर्डर पर ही रोका जा रहा है. उनको फिलहाल घर जाने की इजाजत नहीं मिलेगी. आमिर सुबहानी ने बताया कि बॉर्डर पर बड़े-बड़े कैंप बनाये गये हैं साथ ही आनेवाले लोगों की भी लिस्ट बनाई जा रही है. उन्होंने बताया कि हर जिले में बाहर से आने वाले 3 से 5 हज़ार लोगों की सूची बनाई जा रही है. बिहार में झारखण्ड और बंगाल से भी कुछ लोग आ रहे हैं.