सिटी पोस्ट लाइव :जलवायु परिवर्तन का बड़ा असर बिहार में दिखाई दे रहा है.अप्रैल महीने के दुसरे सप्ताह से भीषण गर्मी का कहर पुरे प्रदेश में जारी है.छह दिनों में अब तक 80 से ज्यादा ब्रेन स्ट्रॉक के मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए हैं.हीट वेव का कहर जारी है. भीषण गर्मी से जन जीवन अस्त व्यस्त है.गर्मी को लेकर गुरुवार को मौसम विभाग ने बिहार के कैमूर, औरंगाबाद, गया, भोजपुर, बक्सर, नवादा, रोहतास के लिए अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने लू को लेकर लोगों से सावधानी बरतने की भी अपील की है. बुधवार को बिहार के औरंगाबाद में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 42 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि बाकि जिलों में भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया गया.
सुबह के 10 बजते ही सूरज के तल्ख तेवर से लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में गुरुवार को फिर से कैमूर, औरंगाबाद, गया, भोजपुर, बक्सर, नवादा, रोहतास में अलर्ट जारी किया गया है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो जलवायु परिवर्तन का ये असर है और यही वजह है कि सबसे ज्यादा गर्मी का रिकॉर्ड इस सीजन में टूट सकता है. बुधवार को भी राज्य के 11 जिलों में हीट वेव को लेकर अलर्ट था और गर्म हवाओं की वजह से खासकर ट्रैफिक पर भी दवाब कम होने लगा है जबकि ब्रेन स्ट्रॉक के मरीजों में भी वृद्धि देखी जा रही है.
पिछले छह दिनों में अब तक 80 से ज्यादा ब्रेन स्ट्रॉक के मरीज अस्पतालों में भर्ती हुए हैं जिसमें आईजीआईएमएस, पीएमसीएच और एनेमसीएच में सबसे ज्यादा मरीज भर्ती हुए हैं. आलम यह है कि जहां इमरजेंसी वार्ड में मरीजों की संख्या बढ़ी है वहीं ओपीडी में भी बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं. डॉक्टर भी मानते हैं कि हार्ट, बीपी, दमा के मरीजों के अलावे डायरिया के भी मरीज बढ़ने लगे हैं. सुबह में भले ही लोगों को ठंडी हवा से थोड़ी राहत मिलती है लेकिन दोपहर तक आसमान से आग बरसने जैसी हालत होने लगती है, ऐसे में इस भीषण गर्मी में पूरी तरह से सावधानी बरतने की जरूरत है..