सिटी पोस्ट लाइव: जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री आरसीपी सिंह कल मंत्री बनने के बाद पहली बार पटना लौटे. इस दौरान जदयू नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा उनका पूरजोर स्वागत किया गया. इसके बाद वे पार्टी कार्यालय में पहुंचे जहां उन्होंने बिहार की सियासत में चल रहे कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी. बता दें कि, केंद्र में मंत्री बनने के बाद आरसीपी सिंह को लेकर कई सारी बातें सामने आ रही थी जिसको लेकर उन्होंने कहा कि, केंद्र में मंत्री बनने का फैसला उनका नहीं था.
उन्होंने कहा कि, हम सभी सहयोगी दल है और बीजेपी से नाम मांगा गया था. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात हुई और उसके बाद सहमति बनी तब मेरा नाम लिया गया. इसके बाद ही मैंने शपथ लिया. साथ ही कहा कि, मैंने आज तक कोई भी काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिना पूछे नहीं किया है. क्या बिना नीतीश कुमार से पूछे मैं पीएम में पास चला गया और कहा कि मुझे मंत्री बना दीजिए? ऐसा कुछ भी नहीं है.
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ़ भी की और कहा कि, आज भारतीय जनता पार्टी के 303 एमपी है हमारी जरूरत है क्या वहां. यह तो पीएम मोदी का बड़प्पन है यह उनकी दरियादिली और उदारता है उन्होंने अपने सहयोगी दलों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल कराया है. इस दौरान उन्होंने संगठन को मजबूत बनाने की भी बात कही. वहीं, इस दौरान उन्होंने जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी बात की और उनका कहना था कि, जातीय जनगणना की मांग आज से नहीं बरसों से की जा रही है. देश के कई पार्टियों ने इसकी मांग की है. नीतीश कुमार ने बिहार में जो मॉडल स्थापित किया है वह समावेशी विकास का है.