बिहार में लॉकडाउन जैसे हालात नहीं, सक्रिय मरीजों की संख्या करीब 1500

City Post Live - Desk

 

सिटी पोस्ट लाइव : बिहार में कोरोना बड़ी तेजी से पांव पसार रहा है. ऐसी स्थिति को देखकर कयास लगाये जा रहे हैं कि राज्य सरकार कहीं फिर लॉकडाउन न लगा दे. लेकिन ऐसा फिलहाल नहीं होने जा रहा. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 80 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. इस राशि से कोरोना के खिलाफ लड़ाई को और तेज करने के लिए विभिन्न आवश्यक सामग्री की खरीद की जायेगी. उन्होंने  कहा कि बिहार में अभी लॉकडाउन जैसे हालात नहीं हैं. राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या करीब 1500 है.

बता दें बिहार की राजधानी पटना अभी सबसे खतरनाक शहर बन गया है.पटना  ‘कैपिटल ऑफ कोरोना’ बन गया है.पिछले 24 घंटे में बिहार में 259 नए कोरोना के मरीज मिले हैं. अब आंकड़ा बढ़कर 1579 तक जा पहुंच गया है. अकेले राजधानी पटना में कुल 641 मामले सामने आए हैं. पिछले 24 घंटे में पटना में 97 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोराना महामारी एक बार फिर देश के विभिन्न हिस्सों में पांव पसार रही है. इसका असर बिहार में भी देखने को मिल रहा है. कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है. इस महामारी पर काबू पाने के लिए, विशेषज्ञ कोरोना टेस्टिंग को सबसे प्रभावी तरीका मानते हैं.

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अधिकारियों व संबंधित अस्पतालों को स्पष्ट निर्देश है कि कोरोना जांच ज्यादा से ज्यादा संख्या में की जाए. मंत्री ने आम लोगों से अपनी बारी आने पर कोविड का टीका अवश्य लगाने की अपील की. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह सुरक्षित है. बताते चलें कि आज  गुरुवार से 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी. बिहार में भी आज से इस टीकाकरण योजना की शुरुआत खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कर रहे हैं. बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे गुरुवार को पटना के IGIMS में इस अभियान की शुरुआत करेंगे. मंगल पांडे ने बताया कि राज्य में आज से 45 और उससे ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी.

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