लालू के माय समीकरण की काट के लिए तैयार है नीतीश का ट्रम्प कार्ड.

City Post Live

सिटी पोस्ट लाइव :लालू यादव जिस माय (MUSLIM- YADAV ) समीकरण की बदौलत बिहार की सत्ता पर 15 साल तक काबिज रहे, उसे दरकाने में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे  हैं. नीतीश कुमार RJD के इस माय समीकरण को बिगड़ने में जुटे हुए हैं.RJD  के माय  समीकरण के जबाब में नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने अपना ट्रम्प कार्ड तैयार कर लिया है. नीतीश कुमार का ये  ट्रंप कार्ड भी ऐसा है जिसका जवाब देने में RJD केपसिने छुट  सकते हैं.आइये बताते हैं कि नीतीश कुमार का ट्रम्प कार्ड क्या है.

ऐश्वर्या राय-लालू यादव के बड़े बेटे की पत्नी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दारोग़ा राय के बेटे चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय पहला कार्ड है. चंद्रिका राय ने लालु यादव का साथ छोड़कर अब नीतीश कुमार का दामन थाम लिया है. दारोग़ा राय का परिवार यादवों में प्रतिष्ठित परिवार माना जाता है. ख़ासकर सारण प्रमंडल में यादवों में अच्छी पकड़ बताई जाती है. यादवों में तेज प्रताप के बहाने ऐश्वर्या की नाराज़गी असर दिखा सकती है. जिस तरह से नीतीश कुमार ने वर्चुअल रैली में ऐश्वर्या राय के साथ हुए घटना का ज़िक्र किया उससे साफ़ हो गया है कि ऐश्वर्या चुनाव में RJD के लिए परेशानी बन सकती हैं. चर्चा ये भी है कि ऐश्वर्या तेज प्रताप के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ सकती हैं. ऐश्वर्या को यादव बाहुल्य वाले इलाक़े में प्रचार के लिए उतारा जा सकता है.

जय वर्धन यादव-  कभी बिहार केसरी माने जाने वाले रामलखन सिंह यादव को बिहार का सबसे बड़ा यादव नेता माना जाता था. ना सिर्फ़ राजनीति में बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी रामलखन यादव ने काफ़ी काम किए थे. कई कॉलेज भी खुलवाया. ऐसे परिवार के सदस्य जयवर्धन यादव जो राम लखन यादव के पोते है RJD के विधायक होते हुए भी लालु परिवार पर कई आरोप लगा चुके हैं. अब वे नीतीश कुमार के साथ खड़े हैं. पालिगंज से विधायक जयवर्धन यादव युवा हैं और यादव युवाओं में इन्हें पैठ बनाने और युवाओं को जेडीयू के तरफ़ मोड़ने के लिए नीतीश कुमार चुनावी मैदान में उतार सकते हैं. यादव बाहुल्य इलाक़े में चुनाव प्रचार कराने की तैयारी भी है.

फराज़ फातमी— मिथिलांचल के बड़े मुस्लिम चेहरे माने जाने वाले अली अशरफ़ फ़ातमी के बेटे फ़राज़ फ़ातमी अपने पिता के साथ नीतीश कुमार का दामन थाम चुके हैं. अली अशरफ़ फ़ातमी ने RJD  के साथ लम्बा वक़्त गुज़ारा लेकिन जब RJD  में उन्हें दरकिनार किया जाने लगा तो RJD  का साथ छोड़ नीतीश के साथ आ गए. बाप और बेटे की जुगलबंदी मिथिलांचल में RJD के माय समीकरण को बिगाड़ सकती है. बुजुर्ग पिता फातमी  मुस्लिम वोटरों पर तो युवा बेटा फातमी मुस्लिम वोटरों को JDU के पक्ष में गोलबंद करने में जुटे हैं. नीतीश कुमार के तीन ट्रम्प कार्ड किस हदतक RJD के माय समीकरण को प्रभावित करते हैं, उसी पर हार जीत निर्भर करेगा.

Share This Article