सिटी पोस्ट लाइव : मुजफ्फरपुर में अब सीएम नीतीश कुमार की रैली में मुर्दाबाद के नारे लगे।यह सुनकर सीएम नीतीश कुमार बौखला गये। उन्होंने नारेबाजी कर रहे युवकों को खूब खरी-खरी सुनायी और लालू-राबड़ी शासनकाल की बातें भी याद दिलायी।
मुजफ्फरपुर के कांटी में हो रही रैली में सीएम नीतीश कुमार ने विरोध में नारेबाजी कर रहे युवकों से कहा कि वो अपने माता-पिता से जाकर ‘आरजेडी शासनकाल’के बारे में पूछ लें। उन्होंने युवकों से कहा कि उनकी मां सही-सही बात बताएंगी।दरअसल रैली के दौरान कुछ लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए तो सीएम नीतीश ने नारेबाजी कर रहे लोगों से कहा, ‘क्यों मुर्दाबाद कह रहे हो, जिसको जिंदाबाद कह रहे हो उसको सुनने के लिए जाओ।’ उन्होंने कहा कि हम समाज को एक करने में लगे हुए हैं और वो लोग लगे हुए कि समाज को फिर बांट दो। फिर झगड़ा का माहौल पैदा कर दो।
नीतीश ने नारेबाजी करने वाले युवकों से कहा, ‘आप लोगों को यहां कोई कुछ नहीं करेगा। 10 लोग हो और यहां हजारों लोग हैं। कोई तुमको कुछ नहीं करेंगे। कुछ करेंगे तो उनको लाभ मिलेगा।’ उन्होंने आरजेडी के शासनकाल की ओर इशारा करते हुए नारेबाजी करने वालों से पूछा, ‘क्या हाल था, अपने माता-पिता से जाकर पूछ लो कि शाम होने के बाद घर से बाहर निकल पाते थे। स्कूल में पढ़ाई होती थी। क्या कोई इलाज होता था, जरा जान लो। पूछ लो, घर के अंदर और पिता ठीक से नहीं बताएंगे लेकिन अपनी माता से पूछोगे तो वो सही बात बतला देंगी।’
नीतीश कुमार ने लालू यादव और राबड़ी देवी का नाम लिए बिना उनकी ओर इशारा करते हुए कहा, ‘क्या करते थे जी, पति चारा घोटाला मामले में जेल गए तो पत्नी को गद्दी पर बिठा दिया। महिलाओं के उत्थान के लिए कोई काम हुआ। गरीब बच्चे प्राथमिक विद्यालय भी नहीं जा पाते थे।
सीएम नीतीश ने उन युवकों से कहा कि कुछ लोग भ्रम में डालकर वोट लेना चाहते हैं लेकिन लोग होशियार रहें। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का काम है आपस में झगड़ा करा देना। इस तरह का काम वैसे लोग करते हैं, जिनको काम करने में रुचि नहीं है। कुछ लोग मेरे खिलाफ बोलते हैं। हम उनको धन्यवाद देते हैं। मेरे खिलाफ बोलने से मेरा प्रचार होता है। मेरे खिलाफ बोलते रहिए, इससे मुझे कोई एतराज नहीं है।